- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सिवनी
- /
- सिवनी में 18 प्रतिशत गांव ODF, अभी...
सिवनी में 18 प्रतिशत गांव ODF, अभी भी खुले में शौच करने जा रहे लोग
डिजिटल डेस्क,सिवनी। स्वच्छता और उसके प्रति जागरुकता को लेकर विभाग झूठे दावे करते हुए नहीं थकता है, वहीं उनके दावों ने ही अधिकारियों की पोल खोलकर रख दी है। जिससे स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य पूरा होते हुए नजर नहीं आ रहा है। सिवनी जनपद पंचायत के अंतर्गत जिले के सभी ब्लॉक के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत ODF ग्राम का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से सिवनी जनपद के अंतर्गत आने वाले 286 गांव को खुले शौचमुक्त (ODF) बनाने का लक्ष्य दिया गया था। महज 42 गांव ही ODF हो पाए हैं। शेष करीब 234 गांव अभी भी ODF होना शेष है। यानी मात्र 18 प्रतिशत ही लगभग गांव खुले में शौचमुक्त हुए हैं।
सस्पेंड व नोटिस के बाद भी नहीं जाग रहा विभाग
शौचालयों के संबंध में ग्रामीण अंचलों में काफी घोटाले व लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। जिसके चलते शिकायतों के बीच किसी को नोटिस तो कोई निलंबित भी हो जाते हैं। वाबजूद इसके विभाग अनदेखी कर रहा है। सिवनी जनपद के अंतर्गत आने वाली पंचायतों में कुछ ऐसे लोग भी जितना शौचालय बनना तो तय हो गया, लेकिन राशि अब तक नहीं मिली। यहीं नहीं कुछ हितग्राहियों के घर में गड्ढा हो गया तो सीट नहीं बिछी, दीवार उठ गई तो दरवाजे का ही पता नहीं है। ऐसे हितग्राही अफसरों के चक्कर काटते रहते हैं। जब उनकी सुनवाई नहीं होती तो वह कलेक्टर के पास पहुंचकर गुहार लगाते हैं।
यहां खुले शौच करने जा रहे लोग
शहर के केसरी नगर बारापत्थर, गांधी वार्ड, पृथ्वीराज चौहान, अंबेडकर वार्ड, हड्डी गोदाम क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में खुले में शौच करने के लिए लोग जा रहे हैं। इससे यह साबित होता है कि सरकार योजनाएं तो लागू करती है, लेकिन हितग्राहियों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। यही नहीं इन क्षेत्रों खुले में शौच होने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ODF के संबंध में सिवनी जनपद की सीईओ सुमन खातरकर से फोन पर संपर्क करना चाहा, लेकिन वह बार-बार रिसीव करने से बचती रहीं। बार-बार डिस्कनेक्ट करती रहीं।
होतीं है सबसे ज्यादा बीमारियां
जिला चिकित्सालय डॉ. पी सूर्या, खुले में शौच करने से आम लोग सबसे ज्यादा बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यह गंदगी जब नदी, तालाबों तक पहुंच जाती है। जिसके कीटाणु लोगों तक पहुंचते हैं। जिससे वार्म, टाइफाइड, उल्टी दस्त, पेट दर्द जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इनकी संख्या अस्पताल की OPD में दर्ज मामलो के आधार पर लगाया जा सकता है। अस्पताल में हर माह मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। जून के महीने में उल्टी, दस्त, बुखार के मरीजों संख्या करीब 21000 रही। इसके बाद जुलाई में 22500, अगस्त 25000, सितंबर 25700, अक्टूबर में 26000 तक दर्ज की गई। इन दिनों OPD में मरीजों की संख्या 900 से अधिक पहुंच रही है।
Created On :   11 Nov 2017 1:55 PM IST