विदर्भ के कई निवेशकों को हुआ भारी नुकसान - निगेटिव सेटलमेंट से हुई परेशानी, अब करेंगे आंदोलन

Huge loss to many investors of Vidarbha - trouble due to negative settlement, will now agitate
विदर्भ के कई निवेशकों को हुआ भारी नुकसान - निगेटिव सेटलमेंट से हुई परेशानी, अब करेंगे आंदोलन
विदर्भ के कई निवेशकों को हुआ भारी नुकसान - निगेटिव सेटलमेंट से हुई परेशानी, अब करेंगे आंदोलन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) द्वारा निगेटिव सेटलमेंट से परेशान निवेशकों ने परिवार के साथ आंदोलन की चेतावनी दी है। दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते मांग में भारी कमी के बाद 21 अप्रैल को अमेरिका में कच्चे की कीमतें ‐ 37.63 डॉलर तक गिर गई थी। इस दौरान भारत में कमोडिटी एक्सचेंज शाम पांच बजे ही बंद कर दिया गया था इस दौरान भारत में कच्चे तेल का दाम 965 रुपए प्रति बैरल था। लेकिन एमसीएक्स ने निवेशकों का सेटलमेंट रात 12 बजे अमेरिकी कीमतों पर (-2884) किया गया। इसके चलते भारत के निवेशकों का पूरा पैसा तो डूबा ही उन्हें उल्टे पैसे भरने को कहा जा रहा है। इससे परेशान निवेशक दर दर की ठोकरे खा रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अपने पैसे गंवाने वालों में यवतमाल के हितेश राठी भी हैं। 24 लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान उठा चुके हितेश ने बताया कि इस मामले में कुछ दिनों पहले नागपुर, यवतमाल, हिंगोली समेत राज्य के कई इलाकों के निवेशकों ने मुंबई आकर एमसीएक्स के अधिकारियों से मुलाकात की और न्याय की गुहार लगाई लेकिन एमसीएक्स अपने सेटलमेंट को नियमों का हवाला देते हुए अपने पक्ष को सही ठहरा रहा है।

हितेश ने बताया कि निगेटिव सेटलमेंट के बाद उनके खाते में मौजूद 11 लाख रुपए काट लिए गए। 3 लाख के शेयर बेच दिए गए और बाकी बचे 10 लाख रुपए की उनसे मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी कमोडिटी का सेटलमेंट माइनस में हुआ हो। उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक कम से कम एक रूपए में सेटलमेंट होना चाहिए। मामले में नुकसान उठाने वाले एक और निवेशक वर्धा साकेत शर्मा ने बताया कि निगेटिव क्रूड ऑयल सेटलमेंट के विरोध में देशभर में 18 मामले अलग-अलग हाईकोर्ट में चल रहे हैं। इसी बीच एमसीएक्स ब्रोकरों के साथ मिलकर आर्बिट्रेशन के नाम पर एकतरफा फैसले कर रहा है। 

84 फीसदी लोगों के पैसे डूबे

उन्होंने कहा कि छोटे निवेशकों को करोड़ों को नुकसान हुआ है। यह करोड़ों का घोटाला है जिसमें 94 फीसदी लोगों के पैसे डूब गए और 6 फीसदी लोगों को फायदा हुआ। शर्मा ने सवाल किया कि किसी वस्तु की कीमत निगेटिव में हो सकती है देश में ऐसा कोई कानून नहीं है। एमसीएक्स के सॉफ्टवेयर में भी ऐसा कोई प्रावधान नहीं था। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ निवेशक एकजुट हो रहे हैं। देशभर के 73 निवेशकों ने मिलकर एमसीएक्स से मामले की शिकायत की है और कहा है कि अगर इस मुद्दे को अगले 15 दिन में नहीं सुलझाया गया तो निवेशक परिवार के साथ एमसीएक्स के मुंबई मुख्यालय पर धरना देंगे।       

 

Created On :   13 July 2021 10:01 PM IST

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