सैकड़ों सक्रिय श्रमिकों को नहीं मिला काम, मजदूरी भुगतान में भी विलंब

Hundreds of active workers did not get work, delay in payment of wages
सैकड़ों सक्रिय श्रमिकों को नहीं मिला काम, मजदूरी भुगतान में भी विलंब
मनरेगा - समीक्षा के दौरान लापरवाही मिलने पर 10 पंचायतों के सचिव व रोजगार सहायकों को नोटिस जारी सैकड़ों सक्रिय श्रमिकों को नहीं मिला काम, मजदूरी भुगतान में भी विलंब

डिजिटल डेस्क शहडोल । तमाम निर्देशों के बाद भी जिले में मनरेगा के तहत पंजीकृत सक्रिय श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल रहा है। ग्राम पंचायतों में दिए गए लक्ष्य के अनुरूप लेबर संलग्न नहीं किए जा रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में सैकड़ों सक्रिय श्रमिकों को एक भी दिन का काम नहीं मिला है। वहीं मजदूरी भुगतान भी विलंब हुआ है। समीक्षा में लापरवाही मिलने पर सीईओ जिला पंचायत ने 10 पंचायतों के सचिव व रोजगार सहायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।    लक्ष्य के अनुरूप रोजगार सृजन नहीं होने से जहां पंजीकृत श्रमिकों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं सैकड़ों की संख्या में मनरेगा के कार्य अधूरे पड़े हुए हैं।  सोहागपुर जनपद पंचायत के पांच ग्राम पंचायतों सिंदुरी भर्री, चांपा, छाता, केरहा, धनपुरा और सिंदुरी चुनिया, जनपद पंचायत ब्यौहारी के तीन ग्राम पंचायत धरी नंबर 2, सरसी और दलको पठार जबकि जनपद पंचायत गोहपारू के दो पंचायत सकरिया और देवदहा के सचिव व ग्राम रोजगार सहायकों को नोटिस जारी करते हुए 28 अक्टूबर तक कारण सहित प्रतिवेदन देने के लिए कहा गया है।
रोजगार के लिए भटक से श्रमिक
ग्राम पंचायत सिंदुरी भर्री में कुल 493 सक्रिय श्रमिक हैं। इनमें से सिर्फ 129 श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। 364 सक्रिय श्रमिकों को इस वित्तीय वर्ष में एक भी दिन का रोजगार नहीं दिया गया है। इसी तरह ग्राम पंचायत चांपा में 269 सक्रिय श्रमिकों में से 103 को काम मिला। 166 सक्रिय श्रमिकों को एक भी दिन का रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया है। छाता में 238 श्रमिकों में से सिर्फ 78 को रोजगार मिला। 160 सक्रिय श्रमिक काम के लिए भटक रहे। दलको पठार मेें 525 सक्रिय श्रमिकों में से 196 को ही काम दिया गया है। 239 श्रमिकों को एक भी दिन का रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया है। सरसी में 312 सक्रिय श्रमिकों में से 62 को ही रोजगार दिया गया है। 250 को एक भी दिन का रोजगार नहीं मिला। सकरिया में 658 सक्रिय श्रमिकों में से 370 श्रमिकों को रोजगार दिया गया। 288 श्रमिकों को एक भी दिवस का रोजगार नहीं मिला। वहीं ग्राम पंचायत देवदहा में 615 सक्रिय श्रमिकों में से 265 को रोजगार दिया गया है। जबकि 350 श्रमिकों को इस वित्तीय वर्ष में एक भी दिवस का रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया है।
लक्ष्य के अनुरूप मानव दिवस सृजित नहीं  
सिंदुरी भर्री में माह सितंबर तक मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य 5799 है। जबकि 2253 मानव दिवस का सृजन किया गया। जो लक्ष्य का 28 प्रतिशत है। सरसी में सितंबर तक मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य 6903 है, लेकिन 2130 मानव दिवस ही सृजित किए गए हैं। जो लक्ष्य का सिर्फ 31 प्रतिशत है। इसी तरह ग्राम पंचायत देवदहा में मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य 9211 है। इसके विपरीत 4663 मानव दिवस ही सृजित किए गए हैं।
समय से नहीं किया गया भुगतान
ग्राम पंचायत धनपुरा में माह सितंबर तक समय से एफटीओ जनरेट करने का प्रतिशत 80.22 है। 19.78 प्रतिशत भुगतान विलंब से किया गया है। सिंदुरी चुनिया में एफटीओ जनरेट करने का प्रतिशत 81.50 है। 18.50 प्रतिशत भुगतान विलंब से किया गया है। ग्राम पंचायत धरी नंबर 2 समय से एफटीओ जनरेट करने का प्रतिशत 92.88 है। 7.12 प्रतिशत भुगतान विलंब से हुआ है। दलको पठार में एफटीओ जनरेट करने का प्रतिशत 94.72 है। 5.28 प्रतिशत भुगतान विलंब से किया गया। सकरिया में समय से एफटीओ जनरेट करने का प्रतिशत 93.36 है। 6.64 फीसदी भुगतान विलंब से किया गया है। देवदहा में सितंबर तक समय से एफटीओ जनरेट करने का प्रतिशत 94.52 है। 5.48 फीसदी भुगतान विलंब से हआ है। इसके चलते जिले का समय पर मजदूरी भुगतान भी प्रभावित हुआ है।
 

Created On :   20 Oct 2021 11:44 AM GMT

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