NDRF की टीमें संभालेंगी मोर्चा, बाढ़ से हालात में सैकड़ों घर डूबे

Hundreds of homes submerged in the Kanhan River flood
NDRF की टीमें संभालेंगी मोर्चा, बाढ़ से हालात में सैकड़ों घर डूबे
NDRF की टीमें संभालेंगी मोर्चा, बाढ़ से हालात में सैकड़ों घर डूबे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ के जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवानों की चार टीमों को पुणे से नागपुर ले जाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक इन टीमों को उपराजधानी नागपुर और चंद्रपुर जिले में अस्थायी रूप से तैनात किया जा रहा है।

जलाशय के गेट खोलने से कन्हान नदी में बाढ़ आई

तोतलाडोह और नवेगांव खैरी जलाशय के गेट खोलने से कन्हान नदी में बाढ़ आ गई है। कई निचले इलाके डूब गए हैं। नदी का जलस्तर 284 मीटर तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से पानी नागपुर-जबलपुर मार्ग को जोड़ने वाले कन्हान रेलवे ओवरब्रिज तक जा पहुंचा है। मनपा के कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र के 3 इनटेक वेल पानी में डूब गए हैं। पंपिंग नहीं होने से जलापूर्ति क्षमता आधी रह गई है। शहर के आशीनगर, सतरंजीपुरा, नेहरूनगर जोन और लकड़गंज के कुछ हिस्सों में सीमित और कम दबाव से जलापूर्ति होगी। कन्हान नदी में जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक यह समस्या बनी रहेगी और स्थिति सामान्य होने में 3-4 दिन का समय लग सकता है। ऐसे में चार जोन के नागरिकों को पानी का संभलकर इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। 

कन्हान नदी से लगी ईंट की भट्ठियां बहीं

कन्हान नदी में आई बाढ़ के कारण पेंच और कन्हान नदी से लगीं ईंट भट्ठियों काे भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण ईंट भट्ठियां पानी में बह गईं। जेसीबी, ट्रैक्टर और ट्रक, उनके कार्यालय और मजदूरों की झोपड़ियां पानी में डूब गई हैं। इससे ईंट भट्ठी संचालकों को भारी नुकसान की जानकारी है। सावनेर खापा से लेकर मौदा तक अनेक ईंट भट्ठियां हैं। बावनगांव, खापा, तामसवाड़ी, भानेगांव, डोरली, बिना, नेरी, सोनेगांव आदि गांव में यह भट्ठियां हैं।

बचाव कार्य जारी, बाढ़ से जिले में स्थिति खराब, सैकड़ों घर डूबे

मध्यप्रदेश और तोतलाडोह के कैचमेंट क्षेत्र में निरंतर हो रही अतिवृष्टि के चलते तोतलाडोह जलाशय पूर्ण क्षमता से सौ प्रतिशत भर गया है। शुक्रवार की रात जलाशय 100 प्रतिशत भरते ही जलाशय के सभी 14 गेट 5.5 मीटर तक खोले गए हैं। 30 किमी की दूरी पर स्थित पेंच यानी नवेगांव जलाशय में निकासी के पानी से निरंतर जलभराव हो रहा है, जिसके चलते पेंच के कुल 16 गेट 5.5  मीटर तक खोल दिए गए हैं। खापरखेड़ा क्षेत्र के वलनी रोहना, पोटा, सिल्लेवाड़ा, भानेगांव, संगम बीना में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।  संगम बीना का खापरखेड़ा से संपर्क टूट गया है। कामठी तहसील के गोरा बाजार, गाडेघाट, महादेवघाट मंदिर में पानी घुसा है। पारशिवनी तहसील के पिपरी, जूनी कामठी, सिंगारदीप, सिंगाेरी सहित कई गांवों के घरों में पानी घुसा है। ढिवर समाज सेवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने पिपरी के करीब 500 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पर पहंुचाया।

पुल पर 8 फीट पानी

सावनेर तहसील के खापा शहर से लगी कन्हान नदी के पुल पर करीब 8 फीट ऊपर से पानी बह रहा था। बाढ़ में तीन मवेशी बह गए व तीन मवेशी गंभीर रूप से घायल हैं। हनुमान घाट से लगे लांबटपुरा के करीब 10 से 12 मकान पूर्ण रूप से बाढ़ में डूब गए। करीब 150 मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया। शुक्रवार व शनिवार की दरमियानी रात खेकरानाला जलाशय का गेट 40 सेंटीमीटर तक खोला गया था। शनिवार को 20 सेंटीमीटर तक गेट खोला गया है। उसी तरह उमरी जलाशय का गेट 20 सेंटीमीटर तक खोला गया है।

कन्हान-कामठी मार्ग बंद

कन्हान नदी में जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जमीन से लगभग 18 मीटर ऊंचे कन्हान नदी के पुल के नीचे खतरे के निशान तक पानी भर जाने से नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा कन्हान-कामठी मार्ग शाम 5 बजे से बंद कर दिया है।

मौदा में भी स्थिति गंभीर

मौदा तहसील में स्थित कन्हान, सांड व सुर नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मौदा की कन्हान नदी की पुरानी पुलिया पानी से डूब गई है। पावडदौना रोड पर भी पानी आने से यह मार्ग बंद हो गया है। मौदा, चेहडी, झुल्लर, किरणापुर, वढणा, सिंगोरी, मोहखेडी यह गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

 


 

Created On :   30 Aug 2020 8:39 AM GMT

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