अच्छी खबर : प्रदेश में पहली बार हाइब्रिड मक्का विकसित, महज 95 दिनों में तैयार हो जाएगी फसल

Hybrid maize for the first time in the state, needs only 95 days to be ready
अच्छी खबर : प्रदेश में पहली बार हाइब्रिड मक्का विकसित, महज 95 दिनों में तैयार हो जाएगी फसल
अच्छी खबर : प्रदेश में पहली बार हाइब्रिड मक्का विकसित, महज 95 दिनों में तैयार हो जाएगी फसल

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। खरीफ सीजन की तैयारी में जुटे किसानों के लिए यह अच्छी खबर है कि अब उन्हें हाइब्रिड मक्का बीज के लिए दूसरे प्रदेशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अब प्रदेश में हाइब्रिड मक्का की प्रजाति विकसित कर ली गई है। इसमें खासियत यह होगी कि फसल महज 95 दिनों में ही तैयार हो जाएगी। दूसरे किस्म के बीज में समय अधिक लगता है। फिलहाल इस किस्म की प्रजनक बीज अनुसंधान केन्द्रों को वितरित किया जा रहा है। अगले खरीफ सीजन में यह प्रजाति किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी।

पूसा जवाहर मक्का वन नाम दिया
प्रदेश की संकर किस्म मक्का फसल में पहली बार विकसित हो रही है। इस प्रजाति को पूसा जवाहर मक्का 1 नाम दिया गया है। यह प्रजाति ICAR भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली एवं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र छिंदवाड़ा के संयुक्त प्रयास से मध्यप्रदेश के लिए विकसित किया गया है। ICAR दिल्ली के डॉ गनपति मुकरी और JNKVV जबलपुर आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र छिंदवाड़ा से डॉ विजय पराडकर के परीक्षण उपरांत किए गए प्रयासों से उक्त बीज विकसित किए गए हैं।

अब तक दूसरे राज्यों व बाजार पर थे निर्भर
मक्का के हाइब्रिड बीज के लिए प्रदेश के किसान दूसरे राज्यों और निजी क्षेत्र पर निर्भर थे। प्रदेश में हाइब्रिड बीज दिल्ली, हरियाणा और हैदराबाद के नेशनल लेवल के सेंटरों पर निर्भर था। किसान प्राइवेट कंपनियों से महंगे दामों पर हाइब्रिड बीज खरीदने मजबूर थे। अब प्रदेश में विकसित हाइब्रिड मक्का प्रजाति को राज्य बीज उप समिति ने विचार विमर्श कर मध्यप्रदेश राज्य के लिए अधिसूचित करने की अनुशंसा की है। ICAR दिल्ली द्वारा उक्त बीज अधिसूचित किया जाएगा।

पहला सिंगल क्रास हाइब्रिड मक्का
यह प्रजाति प्रदेश की प्रथम सिंगल क्रास हाइब्रिड मक्का है। यह प्रजाति प्रदेश की फसल सघनता बढ़ाने में उपयोगी सिद्ध होगी। वर्ष 2016 एवं 2017 की अवधि के दौरान प्रदेश के विभिन्न दस प्रखण्डों में आयोजित ट्रायल्स तथा एवं अनुकूलता के संबंधी जानकारी प्रस्तुत की गई। हाल ही में JNKVV जबलपुर में कुलपति डॉ पीके बिसेन, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ पीके मिश्रा, संचालक अनुसंधान सेवाऐं डॉ धीरेन्द्र खरे, संचालक विस्तार सेवाएं डॉ ओम गुप्ता अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डॉ आरएम साहू के मार्गदर्शन में बीज उत्पादन के लिए जारी की गई।

 

Created On :   6 Jun 2018 7:31 AM GMT

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