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शौचालय में मिली गंदगी तो एक बटन के जरिए होगी शिकायत
डिजिटल डेस्क,शहडोल। अक्सर आपने पब्लिक टॉयलेट में गंदगी ही देखी होगी। आप हमेशा सोचते होंगे कि शायद टॉयलेट की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता होग, लेकिन शहडोल में पब्लिक टॉयलेटों में गंदगी होने पर अब आप एक बटन के जरिए शिकायत कर सकते है। और ये होगा एक बटन के जरिए।
दरअसल संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास के आदेश के बाद नगर पालिका शहडोल शहर के पब्लिक टॉयलेट और सुलभ शौचालयों में फीडबैक स्विच बोर्ड लगाने जा रहा है। अब मात्र एक बटन दबाकर आप शौचालय की साफ-सफाई की हकीकत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं। सबसे बड़ी बात अगले साल होने वाले स्वच्छता सर्वे में मिलने वाले नंबर में यह भी एक आधार होगा।
स्विच बोर्ड लगाने का काम भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) करेगा। CMO नगर पालिका शहडोल विद्याशंकर चतुर्वेदी ने BSNL के अधिकारियों को इस बारे में पत्र लिख दिया है। CMO ने बताया कि संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास के निर्देशानुसार 22 नवंबर तक सामुदायिक शौचालयों के रख-रखाव व साफ-सफाई के लिए विशेष कैंपेन चलाया जाना है। इसी के तहत शहर के सभी सुलभ शौचालयों में फीडबैक स्विचबोर्ड भी लगाए जाएंगे।
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कैसे करेगा काम ?
टॉयलेट साफ है या नहीं इसका जवाब देने के लिए टॉयलेट इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के पास तीन ऑप्शन होंगे। स्विच बोर्ड में लगे तीन में से एक बटन दबाकर आप अपना फीडबैक दे सकेंगे। अगर आपको टॉयलेट को स्वच्छ बताता है तो बोर्ड का हरा बटन दबाना होगा। औसत बताना है तो पीला और अगर आपको टॉयलेट गंदा या अस्वच्छ नजर आता है तो लाल बटन दबाकर आप अपना फीडबैक दे सकते हैं। आपके फीडबैक की सूचना सीधे स्थानीय अधिकारियों तक पहुंचेगी। साथ ही स्वच्छता अभियान के लिए देशभर में सर्वे करने वाली टीम तक भी जानकारी भेजी जाएगी।
स्विच बोर्ड लगाने का उद्देश्य
शहर में वर्तमान में 10 सामुदायिक और सुलभ टॉयलेट हैं। सभी का निर्माण नगर पालिका ने किया और इसका संचालन सुलभ इंटरनेशनल की ओर से किया जा रहा है। समय-समय पर नगर पालिका के अधिकारी इसकी मॉनीटरिंग करते हैं। सुलभ शौचालय का केयरटेकर कोई गड़बड़ी नहीं कर सके और खुद ही फीडबैक न दे, इसलिए ये स्विच बोर्ड लगाए जाएंगे। इसका सबसे ज्यादा फायदा लोगों को होगा, क्योंकि कई बार गंदगी मिलने के बाद भी उच्चाधिरियों तक शिकायत नहीं कर पाते थे।
स्वच्छता सर्वे में अनिवार्य
स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छता सर्वे 2018 में इस फीडबैक को भी अनिवार्य किया गया है। सर्वे में आए जवाब के आधार पर औसत निकालकर हर शहर को स्वच्छता सर्वे की रैंकिंग के लिए नंबर दिए जाएंगे। इंदौर और भोपाल के कुछ टॉयलेटों में तो यह सुविधा शुरू भी हो चुकी है। अब छोटे निकायों में इसकी शुरुआत की जा रही है। इस संबंध में संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विभाग विभाग की ओर से प्रदेश के सभी नगर पालिका अधिकारियों को 27 अक्टूबर को पत्र जारी किया गया है।
Created On :   10 Nov 2017 12:16 PM IST