खादी की अनदेखी : सरकारी कर्मचारी सहजता से खादी पहनने को तैयार नहीं

Ignoring Khadi: Government employees are not comfortable to wearing Khadi
खादी की अनदेखी : सरकारी कर्मचारी सहजता से खादी पहनने को तैयार नहीं
खादी की अनदेखी : सरकारी कर्मचारी सहजता से खादी पहनने को तैयार नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए शुक्रवार के दिन खादी पहनना जरूरी किया है, इसके बावजूद शुक्रवार को सरकारी कार्यालयों में 95 फीसदी कर्मचारी बगैर खादी पहने पहुंचे। राज्य सरकार का आदेश जारी होने के बाद यह पहला शुक्रवार था आैर पहले दिन खादी को सरकारी कार्यालयों में प्रतिसाद नहीं मिल सका। राज्य सरकार ने जो आदेश जारी किया, उसका मकसद राज्य में खादी को बढ़ावा देना है, लेकिन सरकारी कर्मचारी खादी से दूरी बनाते नजर आए। राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को कार्यालय में जींस, टी-शर्ट नहीं पहनने व शुक्रवार को खादी पहनने को कहा है। आदेश जारी होने के बाद यह पहला शुक्रवार था आैर पहले ही दिन कर्मचारियों ने खादी से दूरी बनाई। जिलाधीश कार्यालय, विभागीय आयुक्तालय, कोषागार कार्यालय, नागपुर महानगरपालिका में पड़ताल करने के बाद ऐसा लगा मानो खादी पहनने के लिए कर्मचारी तैयार ही नहीं हैं। अधिकारी-कर्मचारी पूरे जोश से कार्यालय पहुंचे, लेकिन अपने परंपरागत पहनावे मेें। खादी की जगह सूती, टेरीकॉट, टेरीवूल के कपड़े पहने हुए थे। खादी नहीं पहनने का इन्हें कोई मलाल भी नहीं था। खादी नहीं पहनने पर इन्हें संबंधित अधिकारी ने टोका तक नहीं। कुल मिलाकर सरकारी कार्यालयों में खादी नहीं पहनने वाले ही नजर आए।

खादी नहीं पहनने पर किसी अधिकारी या कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसी विभाग या सेक्शन प्रमुख ने इसे बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया। कर्मचारी अन्य वेशभूषा (बगैर खादी) में काम के संबंध में अधिकारी के पास पहुंचे आैर काम निपटाकर चेंबर से बाहर निकले। खादी पहनने की सलाह, परामर्श या आदेश देने की जुर्रत किसी अधिकारी ने नहीं की। 

सरकारी आदेश का हर हाल में पालन होना चाहिए। कार्यालय में जींस व टी-शर्ट पहनकर आने का मैं खुद भी विरोधी हूं। सरकार ने शुक्रवार को खादी पहनने को कहा है, तो कर्मचारियों ने सप्ताह में एक दिन खादी पहनना चाहिए। इसके लिए अलग से आदेश दें, इसका इंतजार नहीं करना चाहिए। कर्मचारियों ने खादी पहनकर आदेश पर स्वत: अमल करना चाहिए। ड्रेस कोड के बारे में जरूरी निर्देश दिए जाएंगे। 
- रवींद्र खजांजी, निवासी उपजिलाधीश, नागपुर

सरकारी आदेश के बाद ऐसी उम्मीद थी  कि अब खादी के कपड़ों की बिक्री बढ़ेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। यहां हर दिन 30-40 हजार की खादी के कपड़े बिकते हैं। अभी भी उतनी ही बिक्री है। यहां खादी के शर्ट, पैंट, बंगाली, पायजामा, जैकेट, साड़ी मिलती है। इसके अलावा खादी का कपड़ा भी मिलता है, लेकिन सरकारी कर्मचारी खादी खरीदने आगे नहीं आ रहे। दो दिन पहले केंद्रीय खादी आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। खादी के कपड़ों की तेजी से मांग बढ़ेगी, ऐसी चर्चा हुई, लेकिन अब तक प्रतिसाद नहीं मिला।  
- विजय पाध्ये, नागपुर खादी मंडल गांधीसागर, नागपुर

राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों काे ड्रेस कोड लागू किया है। सरकार के आदेश से मनपा सदन को अवगत कराया जाएगा। दफ्तर में जींस पैंट, टी-शर्ट, स्लीपर पहनकर आने पर पाबंदी लगाई है। हालांकि मनपा में पहले से ड्रेस कोड का पालन किया जा रहा है। सप्ताह में एक दिन खादी की  पोशाक पहनने का सरकार ने अाह्वान किया है। यह ऐच्छिक है। इसे अनिवार्य नहीं किया है। 
- राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा

Created On :   20 Dec 2020 5:16 PM IST

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