अफजल खान के मकबरे के आसपास के अवैध ढांचे को कड़ी सुरक्षा के बीच तोड़ा गया

Illegal structure around Afzal Khans tomb demolished amid tight security
अफजल खान के मकबरे के आसपास के अवैध ढांचे को कड़ी सुरक्षा के बीच तोड़ा गया
महाराष्ट्र अफजल खान के मकबरे के आसपास के अवैध ढांचे को कड़ी सुरक्षा के बीच तोड़ा गया

डिजिटल डेस्क, सतारा (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के सतारा में जिला प्रशासन ने गुरुवार को यहां प्रतापगढ़ किले में 17वीं सदी के रईस अफजल खान के ऐतिहासिक मकबरे के आसपास के कुछ अनधिकृत निर्माणों को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पहाड़ी की चोटी का किला प्रतापगढ़ के प्रसिद्ध युद्ध का स्थल था, जो 10 नवंबर, 1659 को छत्रपति शिवाजी महाराज और बीजापुर के शासक सुल्तान आदिल शाही के एक सेनापति अफजल खान के बीच हुआ था। उस लड़ाई में छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफजल खान को मार डाला और यह घटना छल और वीरता की एक ऐतिहासिक कहानी बन गई।

दिलचस्प बात यह है कि तोड़ने की कार्रवाई प्रतापगढ़ की लड़ाई की 363वीं वर्षगांठ पर की गई। इसे कुछ स्थानीय संगठनों द्वारा शिव प्रताप दिवस के रूप में मनाया जाता था। कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़ी पुलिस सुरक्षा तैनात की गई थी।

जिले के प्रतापगढ़, महाबलेश्वर, वाई, कराड और अन्य शहरों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है, कलेक्टर रुचिश जयवंशी और पुलिस अधीक्षक समीर शेख व्यक्तिगत रूप से किले की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

अफजल खान के छोटे से मकबरे के भीतर और चारों ओर राजस्व एवं वन विभाग की भूमि पर कई अस्थायी और स्थायी लोगों सहित अवैध संरचनाओं का अतिक्रमण किया गया था।

इस बीच, सुप्रीम कोर्ट राजस्व और वन विभाग की टीमों द्वारा किए गए लगभग 15,000-20,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में चल रहे विध्वंस को चुनौती देने वाली एक तत्काल याचिका पर सुनवाई करेगा।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2007 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन अवैध निर्माणों को तोड़ने का आदेश दिया था और जब वह 2017 में सीएम थे, तो उन्होंने उन्हें ध्वस्त करने की योजना बनाई थी, लेकिन कुछ कानूनी बाधाओं के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन अब यह किया जा रहा था।

 

 (आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   10 Nov 2022 6:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story