देश को एसबीआई की तरह चार से पांच और बैंकों की जरूरत

Inauguration of the memorial Sitharaman said - Jaitley was like our guru
देश को एसबीआई की तरह चार से पांच और बैंकों की जरूरत
सीतारमण ने कहा - देश को एसबीआई की तरह चार से पांच और बैंकों की जरूरत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जैसे चार से पांच और बैंकों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के कई जिलों में आर्थिक गतिविधियों का स्तर काफी ऊंचा है लेकिन वहां पर बैंकिंग सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कहा कि हमें अर्थव्यवस्था और उद्योग की वास्तविकताओं को ध्यान में रखते हुए बदलती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंकिंग को बढ़ाने की जरूरत है। हमें नई चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक संख्या में बैंकों की ही नहीं बल्कि बड़े बैंकों की भी आवश्यकता है। रविवार को सीतारमण ने भारतीय बैंक संघ (आईबीए) की वार्षिक आम बैठक को संबोधित किया। इस मौके पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड भी मौजूद थे। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में डिजिटलीकरण को बेहद सफल तरीके से अपनाया गया है। जबकि कई देशों में कोविड महामारी के दौरान बैंक अपने ग्राहकों तक नहीं पहुंच सके। वहीं भारतीय बैंकों के डिजिटलीकरण के चलते डीबीटी और डिजिटल तंत्र के माध्यम से छोटे, मध्यम और बड़े खाताधारकों को धन हस्तांतरित किया जा सका। उन्होंने कहा कि डिजिटलीकरण के बावजूद वित्तीय सेवाओं तक पहुंच में व्यापक असमानताएं हैं। देश के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां भौतिक रूप बैंक जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि देश में लगभग साढ़े सात लाख ग्राम पंचायतों में से करीब दो-तिहाई ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन है। आईबीए को तय करना चाहिए कि बैंकों की भौतिक उपस्थिति कहां पर जरूरी है और कहां पर बिना भौतिक शाखा के ग्राहकों को सेवाएं दी जा सकती हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि निजी क्षेत्र के डीएफआई को विकास की आवश्यकताओं को पूरा करने की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के डीएफआई के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा होगी। इससे प्रतिस्पर्धी कीमतों पर पैसा उपलब्ध हो सकेगा। 

स्मारक का उद्धाटन - सीतारमण ने कहा  - हमारे गुरु के समान थे जेटली

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली भारत के महान राजनीतिज्ञ, कानून विशेषज्ञ और वित्त मंत्री थे। वे हमारे गुरु के समान थे, उनके साथ काम करने हमारे लिए सौभाग्य की बात थी। रविवार को सीतारमण ने महानगर के पेडर रोड़ स्थित जसलोक अस्पताल के सामने, डॉक्टर निवास के पास जेटली के स्मारक का उद्धाटन किया। इसके बाद फिल्म्स डिवीजन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा कि जेटली के स्मारक का उद्धाटन करना गौरव का पल है। जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जेटली देश के प्रति पूरी तरह से समर्पित थे। वे हमेशा अपने राजनीतिक विरोधियों के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करते थे। दूसरी तरफ वे व्यक्तिगत रिश्ते भी निभाते थे। लेकिन इस कार्य में उन्होंने कभी राष्ट्र के साथ समझौता नहीं किया। वे सही मायनों में राष्ट्र पुरूष थे।

मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि जेटली अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) के जरिए पूरे देश को एक टैक्स के भीतर लाया। जेटली द्वारा शुरू किए गए आर्थिक बदलाव से देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई मिली हैं। उनकी प्रतिभा और क्षमता का लौहा पूरा देश मानता था। लोढ़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में राकांपा सांसद प्रफुल्ल पटेल, भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी, संगीता जेटली समेत कई सांसद, विधायक और नगरसेवक मौजूद थे। 


 

Created On :   26 Sept 2021 6:47 PM IST

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