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चंद्रकांत पाटील बोले - मेरे चेहेर पर स्याही फेंकने की घटना पूर्व नियोजित थी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि मेरे चेहरे पर फेंकी गई स्याही की घटना पूर्व नियोजित थी। पाटील ने कहा कि मेरे चेहेरे पर योजना बद्ध तरीके से स्याही फेंकी गई थी। यह घटना पूर्व नियोजित होने के कागजात भी सामने आए हैं। इसलिए आरोपियों के संबंधित धाराएं लगाई गई हैं। स्याही फेंककर विरोध करना कौन सा तरीका है? आरोपियों को मुझे जख्मी करना है अथवा मारना था? पाटील ने कहा कि मैंने महापुरुषों के बारे में दिए गए बयान को लेकर माफी मांग ली थी। इसके बावजूद यदि किसी का मेरा विरोध करना था तो मेरे शर्ट पर स्याही फेंक नाराजगी जताई जा सकती थी। लेकिन जानबुझकर मेरे चेहरे पर स्याही फेंकी गई। साल 2007 के दौरान मेरी बाएं आंख में कैंसर हो गया था। मेरी आंख के श्वेतपटल (आंखों का सफेद भाग) आर्टिफिशियल है। यदि स्याही मेरे आंख के अंतर चली जाती तो मेरी हालत काफी गंभीर हो जाती। मेरी आंख में स्याही चिपक गई थी जिसको डाक्टर ने साफ किया है। स्याही फेंकने की घटना को लेकर पुलिस कर्मियों के निलंबित किए जाने के सवाल पर पाटील ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से दोषी पुलिस कर्मचारियों को निलंबित न करने का आग्रह किया था। जिस पर उन्होंने मुझे कहा है कि प्रशासन को अपना काम करने दीजिए। आप मुझे बीच में मत पढ़िए। फिर भी मेरा आग्रह रहेगा कि पुलिस कर्मचारियों को निलंबित करने के बजाय उनका तबादला कर दिया जाए। क्योंकि निलंबन की कार्रवाई से उनका परिवार परेशान होगा। अब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को अंतिम फैसला करना है। इसके पहले शनिवार को पुणे के पिंपरी-चिंचवड में समता सैनिक दल के कार्यकर्ताओं ने पाटील के चेहरे पर स्याही फेंक दी थी। वहीं शुक्रवार को औरंगाबाद के पैठण में कहा था कि देश में महात्मा ज्योतिबा फुले, डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर और कर्मवीर भाऊराव पाटील ने लोगों से भीख मांग कर स्कूल शुरू किया था। पाटील के इस बयान के खिलाफ विपक्ष और विभिन्न संगठन आक्रामक हो गया था।
भुजबल ने पाटील पर किया कटाक्ष
राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने मंत्री पाटील पर स्याही फेंकने वाले आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास करने की धाराएं लगाने जाने पर कटाक्ष किया है। भुजबल ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मुझे समझ नहीं आता कि इसमें हत्या का प्रयास जैसी बात कहा है। स्याही फेंकने से कोई व्यक्ति मर सकता है क्या? पाटील जैसे मजबूत व्यक्ति स्याही से डर गए। इसके जवाब में मंत्री पाटील ने कहा कि शायद भुजबल को पता नहीं है कि मेरे आंख में कैंसर हुआ था। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि मैं स्याही फेंकने की घटना का निंदा करता हूं। लेकिन पाटील के महापुरुषों द्वारा भीख मांगकर स्कूल खोलने वाले बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता है। पाटील को अपनी बात रखते समय दूसरे शब्दों का चयन कर सकते थे।
Created On :   11 Dec 2022 9:52 PM IST