बरसात शुरू होते ही खदान खोदने वालों की संख्या में बढ़ोतरी

Increase in the number of mine diggers as soon as the rains begin
बरसात शुरू होते ही खदान खोदने वालों की संख्या में बढ़ोतरी
पन्ना बरसात शुरू होते ही खदान खोदने वालों की संख्या में बढ़ोतरी

डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मानसून की दस्तक के साथ ही हीरा खदान संचालित करने वालों की संख्या बढऩे लगी है। बता दें कि हीरा खदान संचालन के लिए वर्षा ऋतु सबसे उपयुक्त होती है क्योंकि वर्षा ऋतु में चाल की धुलाई के लिए पर्याप्त पानी रहता है। गर्मी प्रारंभ होने के साथ ही पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है ऐसे में चाल की धुलाई मुश्किल हो जाती है। ऐसे में केवल जल स्रोतों के आसपास की हीरा खदाने ही गर्मियों में संचालित हो पाती हैं। इसलिए लोग गर्मियों में केवल खदान खुदाई का कार्य करवाते हैं और बारिश में धुलाई का कार्य तेजी से होता है। वर्तमान में हीरा खदान संचालित करने वालों की संख्या बढ़ गई है लोग हीरा कार्यालय की कागजी खानापूर्ति उपरांत पट्टा प्राप्त कर खदान संचालित कर रहे हैं। हीरा कार्यालय के हीरा पारखी अनुपम सिंह और खनिज अधिकारी रवि पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि हीरा खदान का पट्टा प्राप्त करने के लिए निजी भूमि का खसरा नक्शा और 200 रुपए चालान के माध्यम से राशि और सरकारी जमीन के लिए केवल 200 रुपए चालान के माध्यम से राशि और तीन फोटो, आधार कार्ड कार्यालय में जमा करना आवश्यक है। जिसके बाद एक सप्ताह में पट्टा जारी हो जाता है पट्टा जारी होने के बाद खदान संचालित की जा सकती है। हीरा प्राप्त होने पर कार्यालय मेंं जमा करना आवश्यक है जिसे प्रत्येक तीन माह में होने वाली नीलामी में रखा जाता है। नीलामी होने के बाद प्राप्त राशि का 11.50 प्रतिशत रॉयल्टी काटकर शेष राशि हीरा पाने वाले के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। 

Created On :   17 Jun 2022 4:18 PM IST

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