बढ़ते एक्टिव मरीजों ने बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग की चिंता 1063 कोरोना पॉजिटिव इलाजरत, इजाफे की आशंका

Increasing active patients increase health departments concern 1063 Corona positive treatment, fear of increase
बढ़ते एक्टिव मरीजों ने बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग की चिंता 1063 कोरोना पॉजिटिव इलाजरत, इजाफे की आशंका
बढ़ते एक्टिव मरीजों ने बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग की चिंता 1063 कोरोना पॉजिटिव इलाजरत, इजाफे की आशंका

डिजिटल डेस्क जबलपुर । एक दिन में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज मिलने की पिछली 140 मरीजों की संख्या गुरुवार को पीछे छूटी जब 170 नए पॉजिटिव मिले। यह आँकड़ा आगे बढऩे की आशंका जताई जा रही है, इसके साथ ही एक्टिव केस में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। गुरुवार को जहाँ 170 नए मरीज मिले, वहीं 109 पुराने मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यह अंतर ही एक्टिव मामले बढऩे का कारण है, जिस पर कोविड गाइडलाइन के आइसोलेशन पीरियड के कारण कमी नहीं की जा सकती। मरीजों में 60 साल से अधिक उम्र वालों का औसत 15 प्रतिशत है जिन्हें मेडिकल में ही भर्ती किया जाना है।
शहर में जब कोरोना के 1000 से अधिक मामले हुए थे, तभी से एक कोविड डेडीकेटेड अस्पताल की जरूरत महसूस की जा रही थी। प्रशासनिक अधिकारियों ने इस जरूरत को नजरंदाज किया तथा मेडिकल में ही उपचार किए जाने का निर्णय लिया। अब हालात यह हैं कि जिस तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं, उससे मेडिकल में दूसरी बीमारियों के मरीजों को उपचार मिलना मुश्किल होता दिख रहा है। वहीं नए बेड की व्यवस्था में अन्य वार्डों को भी खाली कराने पर मेडिकल में सिर्फ कोविड मरीजों का ही इलाज संभव हो सकेगा। जानकार आगे के दिनों में संक्रमितों की संख्या और बढऩे का अनुमान लगा रहे हैंै। फिलहाल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग डेडीकेटेड अस्पताल के बजाय मेडिकल में ही इलाज कराने पर ज्यादा भरोसा कर रहा है। 
वार्ड ब्वाय का वीडियो वायरल 
गुरुवार को सोशल मीडिया पर मेडिकल कालेज जबलपुर के नाम से कोविड वार्ड का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वार्ड ब्वाय द्वारा भर्ती मरीजों से पैसे लेना दिखाया गया है। डीन डॉ. पीके कसार के अनुसार यह किसी और शहर के अस्पताल का वीडियो है। 
लकवे का शिकार था मृतक
गुरुवार को जिन चार मरीजों की मौत कोविड आँकड़ों में दर्ज हुई उनमें बरेला निवासी 84 साल का वृद्ध शामिल है। 28 अगस्त को सर्वे टीम द्वारा इनका सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट 30 को पॉजिटिव आई। उन्हें मेडिकल के सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के कोविड आईसीयू में भर्ती किया गया जहाँ बीते दिन उनकी मौत हुई। डॉक्टर्स के अनुसार उन्हें शरीर के बाएँ हिस्से में लकवा था, साथ ही निमोनिया के लक्षण भी जाँच में मिले थे। एक अन्य मौत मेडिकल में उद्योग विभाग के अधिकारी तथा दो मौतें निजी अस्पतालों में हुईं। 
 

Created On :   4 Sep 2020 8:49 AM GMT

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