अलीबाबा डॉट कॉम को अब चुनौती देंगी स्वदेशी कंपनियां

Indian companies will now challenge to alibaba.com
अलीबाबा डॉट कॉम को अब चुनौती देंगी स्वदेशी कंपनियां
अलीबाबा डॉट कॉम को अब चुनौती देंगी स्वदेशी कंपनियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर बनने का मंत्र देने के बाद अब स्वदेशी कंपनियां खासकर सोशल मीडिया एक्सपर्ट चीन की ‘अलीबाबा डॉट कॉम’ का तोड़ ढूंढ़ने में लग गई हैं। ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी जो भारतीयों को आकर्षित करें, इस तरह की योजना पर काम कर रहे हैं। नागपुर से इसके प्रयास तेज हो गए हैं। परंपरागत व्यवसाय करने वाले लोगों को एक ऑनलाइन मंच पर लाकर केंद्र सरकार की योजना से कुछ लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। 

कदम बढ़ाने की जरूरत

पिछले कुछ सालों में युवा वर्ग में ऑनलाइन शॉपिंग’ का चलन बढ़ा है। चीन की अलीबाबा डॉट कॉम ऑनलाइन कंपनी अगरबत्ती से लेकर सभी सामान भारतीय ग्राहकों को ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। कोरोना का दुनियाभर में संक्रमण के बाद चीन के उद्योग क्षेत्र को चुनौती देने के लिए सभी स्तरों पर प्रयास शुरू हैं। भारतीय सेवा आपूर्तिकर्तओं और उत्पादकों को बड़ा अवसर है। अलीबाबा के अलावा अमेजॉन जैसी विदेशी कंपनी के जाल में फंसे भारतीय ग्राहक को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भारतीय उत्पादकों को कदम बढ़ाने की जरूरत है। 

दुनिया में पहुंचने का मौका

सोशल मीडिया विश्लेषक अजित पारसे ने कहा कि कोरोना के बहाने स्वदेशी कंपनी, उत्पादक, सेवा आपूर्तिकर्ताओं को ई-कॉमर्स क्षेत्र में उड़ान भरने का मौका मिला है। परंपरागत व्यवसाय, मौसमी उत्पादक, कृषि उत्पादक, असंगठित उत्पादक, छोटे-बड़े दुकानदार को एक ऑनलाइन शॉपिंग अर्थात ई-कॉमर्स के मंच पर लाने के लिए पहल की जरूरत है। हाल में केंद्र सरकार ने उद्योगों के लिए योजना की घोषणा की है। उसका लाभ लेकर स्वदेशी उत्पादकों को दुनिया भर में पहुंचने का मौका है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वदेशी ठेकेदारों से मुंबई-पुणे महामार्ग तैयार किया है। सोशल मीडिया पर युवा वर्ग बड़ा ग्राहक है। स्वदेशी को बल और विदेशी कंपनी सहित उत्पादनों का आकर्षण खत्म करने का यह बेहतर मौका माना जा रहा है।
 

Created On :   24 May 2020 5:16 PM IST

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