21 तोपों की सलामी, 'रामनाथ कोविंद' बने नए प्रेसीडेंट, जानिए कैसा रहा समारोह

Indias new president Ramnath kovind will take oath today
21 तोपों की सलामी, 'रामनाथ कोविंद' बने नए प्रेसीडेंट, जानिए कैसा रहा समारोह
21 तोपों की सलामी, 'रामनाथ कोविंद' बने नए प्रेसीडेंट, जानिए कैसा रहा समारोह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बतौर प्रेसीडेंट प्रणव मुखर्जी का सोमवार को अंतिम दिन रहा। भव्य विदाई समारोह के बाद उनके भाषण ने सभी को भावविभोर किया। इसी कड़ी में आज भारत के नए प्रेसीडेंट रामनाथ कोविंद ( Ramnath kovind ) ने भव्य समारोह में शपथ ग्रहण की। प्रेसीडेंट भवन से लेकर राजपथ और संसद भवन में खास तैयारियां के बीच 10 बजे से कार्क्रम शुरू हुआ, जो करीब दोपहर सवा 2 बजे तक चलेगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस कोविंद को शपथ दिलाई। देखिए कैसी रही कार्यक्रम की भव्यता और कब क्या-क्या हुआ। दोपहर 01:00 बजे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और वर्तमान राष्ट्रपति कोविंद दोनों संसद से वापस प्रेसीडेंट भवन पहुंचे, जहां कोविंद को फ़ॉर कोर्ट में भव्य गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोपहर 2:15 बजे वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को छोड़ने उनके नए आवास 10 राजाजी मार्ग जाएंगे। 

21 तोपों की सलामी के बीच नए प्रेसीडेंट ने भाषण दिया। हम आपको बता रहे हैं कि प्रेसीडेंट पद की शपथ लेने से पहले और बाद की सारी औपचारिकताएं। देश के सबसे बड़े सवैंधानिक पद पर बैठने से पहले चुने गए प्रेसीडेंट को और मौजूदा प्रेसीडेंट कई औपचारिकताएं मिलकर पूरी करते हैं। आइए जानते हैं शपथ ग्रहण समारोह की तय औपचारिकताओं के बारे में।

 शपथ ग्रहण समारोह में कब क्या हुआ

  • सुबह 10:30 बजे: नए प्रेसीडेंट रामनाथ कोविंद अपने निवास से राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
  • सुबह 11:15 बजे: कोविंद राजघाट से सीधे प्रेसीडेंट भवन में आकर स्टडी रूम में प्रणब मुखर्जी से मिले, दरबार हॉल में कार्यक्रम हुआ।
  • सुबह 11:45 बजे: रामनाथ कोविंद और प्रणब मुखर्जी प्रेसीडेंट भवन फॉर कोर्ट से होते हुए राजपथ से होकर संसद भवन पहुंचें। साथ में प्रेसीडेंशियल बॉडी गार्ड थे।
  • दोपहर 12:00 बजे: शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शुरू हुआ।
  • दोपहर 12:05 बजे: संसद भवन के सेंट्रल हॉल में कोविंद और प्रणब मुखर्जी अगल-बगल कुर्सी में बैठे।
  • दोपहर 12:15 बजे: शपथ ग्रहण समारोह के तहत राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
  • दोपहर 12। 30 बजे: शपथ ग्रहण के बाद सेंट्रल हॉल में नए प्रेसीडेंट कोविंद का भाषण हुआ।
  • दोपहर 01:00 बजे: प्रणब मुखर्जी और कोविंद दोनों संसद से वापस प्रेसीडेंट भवन के लिए रवाना हुए। प्रेसिडेंट बॉडी के नेतृत्व में प्रेसीडेंट भवन के प्रांगण फ़ॉर कोर्ट में भव्य गार्ड ऑफ ऑनर।
  • दोपहर 2:15 बजे: रामनाथ कोविंद वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ प्रणब मुखर्जी को छोड़ने 10 राजाजी मार्ग गए। शपथ के फौरन बाद नए प्रेसीडेंट बॉडीगार्ड्स और सेरेमोनियल यूनिट के साथ प्रेसीडेंट भ‌वन पहुंचे। 

शपथग्रहण : शपथग्रहण का कार्यक्रम एक प्रोटोकॉल के तहत होता है। इसके मुताबिक शपथ ग्रहण में सुबह-सुबह भावी प्रेसीडेंट पहले प्रेसीडेंट भवन पहुंचते हैं। प्रेसीडेंट के सचिव उन्हें एस्कॉर्ट करते हैं, वहां भावी प्रेसीडेंट और वर्तमान प्रेसीडेंट पूरे काफिले के साथ संसद भवन पहुंचते हैं। इस दौरान पूर्व प्रेसीडेंट और वर्तमान प्रेसीडेंट एक कार में ही सफर करते हैं। संसद में दोनों सदनों के प्रजाइडिंग ऑफिसर यानी की लोकसभा के स्पीकर और राज्यसभा के उपप्रेसीडेंट उन्हें एस्कॉर्ट करते हैं और उन्हें सेन्ट्रल हॉल ले जाते हैं। इसके बाद शपथ-ग्रहण की प्रक्रिया शुरू होती है।

सेना की सलामी: प्रेसीडेंट पद के लिए शपथ लेने की औपचारिक शुरुआत सेना की सलामी से मानी जाती है। प्रेसीडेंट पद की शपथ लेने से पहले चुने गए प्रेसीडेंट और मौजूदा प्रेसीडेंट को प्रेसीडेंट भवन में सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है और सिर्फ मौजूदा प्रेसीडेंट ही उन्हें जवाब में सलामी देते हैं, बल्कि चुने गए प्रेसीडेंट वहां मौजूद रहते हैं।
शपथ ग्रहण समारोह : सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद भावी प्रेसीडेंट और मौजूदा प्रेसीडेंट शपथ ग्रहण के लिए जाते हैं, जहां सभी उप.प्रेसीडेंटए लोकसभा स्पीकर, भावी प्रेसीडेंट और मौजूदा प्रेसीडेंट वहां विराजमान होते हैं। इस दौरान मौजूदा प्रेसीडेंट बीच वाली कुर्सी पर बैठते हैं। उसके बाद भावी प्रेसीडेंट प्रेसीडेंट भवन के कर्तव्य को निभाने की शपथ लेते हैं और कुछ कागजी औपचारिकताएं की जाती है।

कुर्सी स्थानांतरण: प्रेसीडेंट की शपथ लेने के बाद पूर्व प्रेसीडेंट अपने कुर्सी बदलते हैं और नए प्रेसीडेंट बीच वाली कुर्सी पर बैठ जाते हैं और पूर्व प्रेसीडेंट उसके बगल वाली कुर्सी पर बैठ जाते हैं।
21 तोपों की सलामी : नए चुने गए प्रेसीडेंट को 'रामनाथ कोविंद' का शपथ ग्रहण समारोह आज मंगलवार को संसद भवन के सेंट्रल हाॅल में 12 बजकर 15 मिनट पर होगा। प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी और चुने गए प्रेसीडेंट रामनाथ कोविंद सेंट्रल हाॅल एक चल समारोह के साथ जाएंगे, फिर वहां देश के चीफ जस्टिस की मौजूदगी में शपथ लेंगे। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। उसके बाद प्रेसीडेंट संसद को संबोधित करेंगे। सेंट्रल हाॅल में समारोह के समापन पर नए प्रेसीडेंट रामनाथ कोविंद प्रेसीडेंट भवन रवाना होंगे, जहां उन्हें 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया जाएगा।

सेन्ट्रल हॉल में सीमित जगह : रामनाथ कोविंद के शपथ-ग्रहण समारोह में बैठने के लिए जगह कम होने से सरकार ने कहा था कि कृपया पति या पत्नी साथ ना लाएं। पीएम नरेन्द्र मोदी अपने चिरपरिचित अंदज में इस शपथ ग्रहण समारोह को भी मेगा इवेंट बनाने के लिए सभी राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को बुलाया था। इसके अलावा सांसदों केन्द्रीय मंत्रियों और दूसरे वीआईपी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। संसद के सेन्ट्रल हॉल में इस समारोह के बैठने की सीमित जगह होना सरकार की चिंता का विषय रहा। इसलिए केन्द्र सरकार ने निमंत्रण पत्र में लिखा था कि कृपया आंगतुक अपने साथ अपने पति या पत्नी को लेकर ना आएं। निमंत्रण पत्र में ये भी लिखा गया कि सरकार ऐसा पूर्व में चल रही प्रथा के मुताबिक कर रही है। बावजूद इसके समारोह अपनी पूरी गरिमा के साथ समाप्त हुआ।  इसके अलावा सेन्ट्रल हॉल में जगह की कमी भी बताई गई है।

कौन-कौन रहे शामिल : शपथ ग्रहण समारोह में राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्री परिषद के सदस्य, राजनयिक दूतावासों के प्रमुख, सांसद और भारत सरकार के प्रमुख नागरिक और सैनिक अधिकारी शामिल हुए।

 

Created On :   25 July 2017 2:13 AM GMT

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