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सतना-रीवा में यूरिया की कालाबाजारी के आरोपों की जांच शुरु
ईओडब्ल्यू ने डीडीए और डीएमओ आफिस में दबिश देकर जब्त किए दस्तावेज
* डीडीए और डीएमओ आफिस में ईओडब्ल्यू की दबिश,जब्त किए गए दस्तावेज
डिजिटल डेस्क सतना। खेती के चालू खरीफ सीजन में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता के बाद भी कृत्रिम संकट और इसी बीच कालाबाजारी के आरोपों के चलते ईओडब्ल्यू (राज्य आर्थिक अपराध शाखा) ने सतना-रीवा में मामले की उच्च स्तरीय जांच शुुरु कर दी है। ईओडब्ल्यूके एसपी वीरेन्द्र जैन ने बताया कि शुक्रवार को रीवा की तरह सतना में भी डीडीए आफिस (उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास कार्यालय) और डीएमओ (जिला विपणन अधिकारी कार्यालय-मार्फेड) में दबिश देकर यूरिया आवंटन और वितरण से संबंधित रिकार्ड जब्त कर लिए गए हैं। यहां जांच टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर प्रवीण चतुर्वेदी कर रहे थे।
3 साल के रिकार्ड तलब :—————-
श्री जैन ने बताया कि आरोपों पर मामले ईओडब्ल्यू मुख्यालय भोपाल में दर्ज करते जांच के लिए रीवा भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों के आधार पर ही इस तथ्य की पुष्टि हो सकती है कि वास्तविक स्थिति क्या है? ईओडब्ल्यू के एसपी ने स्पष्ट किया कि उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास अधिकारी और जिला विपणन अधिकारी से यूरिया, और अन्य फर्टीलाइजर के आवंटन एवं वितरण से जुड़े 3 साल के रिकार्ड भी तलब किए गए हैं।
ये हैं जांच के अन्य बिंदु :————————-
ईओडब्ल्यू की जांच में ये सवाल भी हैं कि कुल आवंटित यूरिया में से कितनी खाद कोआपरेटिव और कितनी निजी डीलरों को दी गई? सीजन समाप्त होने के बाद डीलरों के पास कितना स्टाक बचा? यह जानकारी भी ली गई है। जिला विपणन संघ कार्यालय से भी यह जानकारी ली गई है कि कोआपरेटिव सेक्टर में पिछले 3 वर्षों (वर्ष 2017 से अगस्त2020 तक) के दौरान खाद का कितना आवंटन किया गया? सूत्रों ने बताया कि जांच के दायरे से एमपी एग्रो भी बाहर नहीं है।
अब तक मिल चुकी है 17 हजार एमटी यूरिया :————
उल्लेखनीय है, जिले का चालू खरीफ सीजन के तहत अब तक कुल 20 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य की तुलना में 26 अगस्त की स्थिति में 17 हजार मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन प्राप्त हो चुका है। जानकार सवाल उठाते हैं कि आपूर्ति की लक्ष्य पूर्ति के बाद भी आखिर जिले में किसानों के बीच धान में टॉप ड्रेसिंग के लिए एक-एक बोरी यूरिया के लिए इतनी मारामारी क्यों है? इन्हीं जानकारों ने बताया कि शेष बचे 3 हजार मीट्रिक टन का आवंटन सितंबर माह में होना है। साफ है कि अगस्त माह तक के लक्ष्य के अनुरुप यूरिया का आवंटन जिले को शत-प्रतिशत प्राप्त हो चुका है।
इनका कहना :——
यूरिया की कालाबाजारी को लेकर ईओडब्ल्यू मुख्यालय में प्रकरण दर्ज करते हुए सतना-रीवा में जांच के निर्देश दिये गए हैं। अलग-अलग टीमों ने पड़ताल शुरु कर दी है।
वीरेन्द्र जैन, एसपी ईओडब्ल्यू रीवा
Created On :   29 Aug 2020 12:46 PM GMT