विडम्बना -पहले बना दिया प्रयोगशाला शिक्षक.., अब कह रहे प्यून बन जाओ

Irony - first made laboratory teacher.., now saying become pune
विडम्बना -पहले बना दिया प्रयोगशाला शिक्षक.., अब कह रहे प्यून बन जाओ
विडम्बना -पहले बना दिया प्रयोगशाला शिक्षक.., अब कह रहे प्यून बन जाओ

डीईओ कार्यालय में चर्चा का विषय बनीं दो गलत अनुकंपा नियुक्तियाँ, बाबुओं का कारनामा
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
जला शिक्षा कार्यालय में गत तीन दिनों से एक मामला चर्चा का विषय बना हुआ। जिसमें दो ऐसी अनुकंपा नियुक्तियाँ होना है जिसमें पहले तो दोनों को प्रयोगशाला शिक्षक बना दिया गया। गत चार माह से दोनों उक्त पदों पर काबिज होकर वेतन का लाभ भी  उठा रहे हैं। लेकिन अब डीईओ कार्यालय उन दोनों कर्मचारियों को  भृत्य बनने दबाव बना रहा है।  बताया जा रहा है कि ये सारा कारनामा एक बाबू की गफलत की वजह से हुआ है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि पहले ये समझ आया था कि प्रयोगशाला शिक्षक का पद शिक्षण संवर्ग के लोगों के लिए है। जिसके चलते दो लिपिक मृतकों के उत्तराधिकारियों को उक्त पदों पर नियुक्तियाँ दे दी गईं। लेकिन 16 जुलाई को लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से एक मार्गदर्शिका आई जिसमें जिक्र था कि प्रयोगशाला शिक्षक के पद पर केवल शिक्षक और अध्यापक के पद वाली ही अनुकंपा नियुक्तियाँ होना है। इसके चलते 20 जुलाई को प्रयोगशाला शिक्षक पर अनुकंपा नियुक्ति पा चुके उन दोनों को सुनवाई का अवसर देते बता दिया गया कि वर्तमान में आपकी अनुकंपा नियुक्तियों के लिए केवल दो पद ही शेष रह जाते हैं इसमें  एक पद सहायक ग्रेड-3 और दूसरा भृत्य का है। लेकिन चूँकि वर्तमान में सहायक ग्रेड-3 पर कोई पद खाली नहीं है इसलिए इस पर नियुक्ति संभव नहीं है, लेकिन भृत्य पद खाली है।  जिस पर एक ने अपनी सहमति जता दी तो उसका आदेश रिवाइज कर दिया गया है। परंतु दूसरे ने सोचने के लिए टाइम माँगा है। 
जबरन कराए हस्ताक्षर
इधर जिस अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले की सहमति की बात डीईओ कार्यालय द्वारा की जा रही है  उसका आरोप है कि नौकरी जाने की बात कह उससे जबरन हस्ताक्षर कराए गए हैं, उसने गुरुवार को डीईओ कार्यालय जाकर नियुक्ति को पेंडिंग रखने हेतु पत्र दिया है। इधर दूसरा केंडिडेट भी इस मामले में लीगल ओपिनियन ले रहा है।
 

Created On :   23 July 2021 2:18 PM IST

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