जयपुर डिस्कॉम प्रबन्ध निदेशक ने वीसी के माध्यम विभिन्न कार्यों की समीक्षा की कृृषि उपभोक्ताओं के लिए जारी आदेशों के प्रभावी क्रियान्वयन के दिए निर्देश

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जयपुर डिस्कॉम प्रबन्ध निदेशक ने वीसी के माध्यम विभिन्न कार्यों की समीक्षा की कृृषि उपभोक्ताओं के लिए जारी आदेशों के प्रभावी क्रियान्वयन के दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, जयपुर। डिस्कॉम प्रबन्ध निदेशक ने वीसी के माध्यम विभिन्न कार्यों की समीक्षा की कृृषि उपभोक्ताओं के लिए जारी आदेशों के प्रभावी क्रियान्वयन के दिए निर्देश जयपुर, 29 सितम्बर। जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के.गुप्ता ने मंगलवार 29 सितम्बर को राजमीट वीसी प्लेटफार्म के माध्यम से विभिन्न योजनाओं एवं कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। राजमीट वीसी प्लेटफार्म के द्वारा आयोजित वर्चुवल वीडियो कान्फ्रेन्स में जयपुर डिस्कॉम के निदेशक वित्त, अति. पुलिस अधीक्षक (सतर्कता), संभागीय मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, मुख्य लेखाधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता लाईव स्ट्रीम पर इन्टरएक्टिव रहे। जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के.गुप्ता ने वर्चुवल मीटिंग के माध्यम से समीक्षा करते कृृषि उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए हाल ही में जारी हुए कृृषि उपभोक्ताओं के लिए विलम्ब भुगतान शुल्क माफी योजना, कृृषि कनेक्शन के अनाधिकृृत बढे हुए भार की स्वैच्छिक भार वृृद्धि घोषणा योजना, विद्युत चोरी के प्रकरणों के निस्तारण एवं वर्ष 2020-21 में कृृषि कनेक्शन जारी करने के चार आदेशों के प्रभावी कियान्वयन के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी रबी सीजन के लिए बिजली आपूर्ति सुदृृढ करने के लिए पावर ट्रांसफार्मर व वितरण ट्रांसफार्मर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, जिससे कि ट्रांसफार्मर के जलने पर उसे तुरन्त बदला जा सके और किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नही हो। श्री गुप्ता ने कहा कि पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार संभागीय मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशाषी अभियन्ता सप्ताह में एक बार अपने अधीनस्थ कार्यालयों का दौरा करें और वहां उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुना जाए तथा यदि संभव हो तो सैटलमेन्ट के प्रकरणों को तुरन्त निस्तारित किया जाए। मीटिंग में जानकारी दी गई कि सिंगल फेस के 6 माह से अधिक अवधि के लगभग 70 हजार डिफेक्टिव मीटरों को बदला जाना लम्बित है और इनमें से कुछ मीटरों को बदला जा चुका है और शेष डिफक्टिव मीटरों को अक्टूबर माह तक बदलने के निर्देश दिए गए। विजिलेन्स चैकिंग की वीसीआर बनाने के लिए एक एप तैयार कर लिया गया है। जिससे कि पारदर्शिता बनी रहे।

Created On :   30 Sept 2020 3:20 PM IST

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