जे.के.राव तैलंग को १३वीं बार मिली जिला अभिभाषक संघ की कमान

जे.के.राव तैलंग को १३वीं बार मिली जिला अभिभाषक संघ की कमान
पन्ना जे.के.राव तैलंग को १३वीं बार मिली जिला अभिभाषक संघ की कमान

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिला अभिभाषक संघ के द्विवर्षीय कार्यकाल के लिये निर्वाचन की कार्यवाही आज सोमवार २५ अप्रैल को संपन्न हो गई। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सचिव पद के लिये आज मतदान संपन्न होने के बाद मतों की गणना के पश्चात परिणामों की घोषणा की गई। जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष पद के प्रतिष्ठता पूर्ण चुनाव में अधिवक्ता की  राजनीति में अपना जलवा बरकार रखते हुये वरिष्ठ अधिवक्ता जे.के.राव तैलंग ने कांटे के मुकाबले में १० मतों से जीत हासिल करते हुये जिला अभिभाषक संघ में वर्ष से चले आ रहे अपने दबदबे को बरकरार रखने में सफलता प्राप्त की है। श्री राव ने अध्यक्ष पद पर कुल १४० मत हासिल करते हुये अपने निकटतम प्रतिद्विवंधी वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश तिवारी को १० मतों से पराजित कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष पद के लिये कुल २९४ अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसकी मतगणना में ०६ मत अमान्य पाये गये। शेष विधिमान्य २८८ मतों में से अध्यक्ष पद पर विजय अधिवक्ता जे.के.राव तैलंग को १४० मत निकटतम प्रतिद्ववंधी राजेश तिवारी को १३० मत प्राप्त हुये वहीं चुनाव मैदान में उतरे अधिवक्ता राजेश दीक्षित को मात्र १८ मत प्राप्त हुये और वे तीसरे स्थान पर रहे। बताया गया है कि जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष पद पर जे.के.राव तैलंग को १३वीं बार जीत हासिल हुई है जो कि जिला अभिभाषक संघ के चुनावी इतिहास में एक रिकार्ड है। जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष पद के साथ ही उपाध्यक्ष तथा सचिव पद के लिये हुई निर्वाचन के बाद निर्वाचन अधिकारी अधिवक्ता परशुराम गर्ग द्वारा परिणामों की घोषणा की गई। जिला अभिभाषक संघ के उपाध्यक्ष पद के लिये अधिवक्ता गोपाल मिश्रा गोगी और अधिवक्ता शैलेष विश्वकर्मा के बीच सीधा मुकाबला रहा जिसमें गोपाल मिश्रा ने १७८ मत प्राप्त करते हुये अपने प्रतिद्वंदी शैलेष विश्वकर्मा को ६४ मतों से पराजित करते हुये उपाध्यक्ष पद के लिये निर्वाचित हुये। उपाध्यक्ष पद के लिये कुल २९४ मत पड़े मतों की गणना में ०२ मत अमान्य घोषित किये गये शेष विधिमान्य २९२ मतों में से अधिवक्ता गोपाल मिश्रा को १७८ तथा शैलेष्ष विश्वकर्मा को ११४ मत प्राप्त हुये जिला अभिभाषक संघ के सचिव पद के लिये संपन्न हुई मतदान के घोषित परिणाम अनुसार अधिवक्ता रत्नेश खरे ने सर्वाधिक १८९ मत प्राप्त करते हुये अधिवक्ता धर्मेन्द्र पाण्डेय को ८६ मतों से पराजित किया। अधिवक्ता संघ के निर्वाचन में सचिव पद के लिये कुल २९४ अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमें ०२ मत अमान्य घोषित किये गये शेष विधिमान्य २९२ मतों मेंं से विजय अभिभाषक रत्नेश खरे को १८९ तथा धर्मेन्द्र पाण्डेय को १०३ मत प्राप्त हुये। मतागणना संपन्न होने के बाद जैसे ही परिणामों की घोषणा हुई विजय प्रत्याशियों के समर्थकों का ठिकाना नही रहा। 
अधिवक्ताओं में मतदान को लेकर दिखा उत्साह 
जिला अभिभाषक संघ निर्वाचन के लिये सुबह ११बजे से जिला न्यायालय स्थित अभिभाषक संघ  कक्ष क्रमांक ०२ में मतदान शुरू हुआ। मतदान को लेकर अभिभाषकों में शुरू से ही उत्साह देखने को मिला। अभिभाषक संघ के निर्वाचन के लिए कुल पात्र ३२१ अधिवक्ताओं में से २९४ अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शाम साढे चार बजे मतदान की कार्यवाही सम्पन्न हो गई और इसके साथ ही निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में मतपेटियों से मत निकाले गये तथा मतपत्रों की छटनी करते हुए अलग-अलग अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सचिव पद के लिए मतों की गणना शुरू हुई। मतों की गणना के साथ ही परिणामों को लेकर लोगों की नजर लगी हुई थी। बडी संख्या में अधिवक्ताओं के साथ परिणाम जानने के इच्छुक लोगों की भीड से अभिभाषक कक्ष और परिसर भरा हुआ था। देर शाम ०७ बजे मतों की गणना के उपरांत जैसे ही परिणामों की घोषण की बारी आई प्रत्याशियों और समर्थकों की धडकनें तेज हो गईं और परिणामों की घोषणा होते ही विजयी प्रत्याशियों के चेहरे खिले उठे। वहीं पराजित प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में निराशा देखी गई। परिणामों की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशियों को गुलाल लगाकर व फूल माला पहनाकर समर्थकों ने अपनी खुशी का इजहार किया।
अधिवक्ता संघ के निर्वाचन पर एक नजर 
१. अध्यक्ष पद हेतु कुल २९४ मत पडे जिनमें ०६ मत अमान्य हुये और २८८ विधि मान्य मतों में से अधिवक्ता जे.के. राव तैलंग को १४० मत, अधिवक्ता राजेश तिवारी को १३०, अधिवक्ता राजेश दीक्षित को १८ मत मिले।
२. उपाध्यक्ष पद हेतु कुल २९४ मत पडे, ०२ मत अमान्य हुए और विधि मान्य २९२ मतों से से अधिवक्ता गोपाल मिश्रा को १७८ मत, अधिवक्ता शैलेष विश्वकर्मा को ११४ मत प्राप्त हुए। 
३.सचिव पद हेतु कुल २९४ मत पडे जिसमें ०२ मत अमान्य हुए और विधि मान्य २९२ मतों से अधिवक्ता रत्नेश खरे को १८९ मत तथा अधिवक्ता धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय को १०३ मत मिले।


 

Created On :   26 April 2022 5:49 PM IST

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