जीवन में खुशियां लाता है संयुक्त परिवार

Joint family brings happiness in life
जीवन में खुशियां लाता है संयुक्त परिवार
बागवान जीवन में खुशियां लाता है संयुक्त परिवार

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली. भले ही जीवन में पैसों और उंचा स्थान न मिले, मात्र परिवार का प्रत्येक सदस्य साथ रहना चाहिए। क्योंकि संयुक्त परिवार से ही जीवन की खुशी मिलती है। यह विचार गड़चिरोली के गांधी वार्ड निवासी दयाराम विठोबा कत्रोजवार ने व्यक्त किया। उनका मानना है कि, संयुक्त परिवार से विपरित स्थिति का सामना करने की ताकत मिलती है। 

आपकी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण वह कौन-सा पल था जिसमें आपने सफलता पाई और वह किस तरह आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकता है? 

मैंने अपने जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना किया। मैंने अपने जीवन में शिक्षा को प्राथमिकता दी और जिला परिषद में नौकरी हासिल की। लेकिन तद्पूर्व अपने पिता के कार्य में हाथ बंटाने के साथ विभिन्न तरह का व्यवसाय कर अपना और अपने परिवार का जीवनयापन करने में सहायता की। प्रत्येक युवाओं को अपने माता-पिता के कार्य में सहयोग करना बेहद जरूरी है। वहीं माता-पिता का फर्ज है कि, वह अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें ताकि वहीं बच्चे बड़े होकर अपने माता-पिता का आदर करें। युवा वर्ग को भी अपने माता-पिता को विश्वास में लेकर कार्य करना चाहिए।  

आपने जिंदगी में जो अनुभव प्राप्त किए हैं वे किस तरह भविष्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं? 

मैंने अपना संपूर्ण जीवन अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य निर्माण करने में लगा दिया। क्योंकि मेरे बच्चे ही मेरी विरासत हैं। बच्चों को अच्छी परवरिश मिलने के कारण मेरे बच्चे आज उद्योग क्षेत्र में अपना नाम कमा रहे हैं। इससे बड़ी खुशी मेरे लिये और कुछ नहीं हो सकती है। ऐसे में मेरे बच्चे एक-साथ रहने के कारण मुझे जीवन की सारी खुशियां मिल रही है। भले ही संयुक्त परिवार में सदस्यों के साथ अनबन होती हो, मगर कठिन समय पर परिवार के सदस्य ही साथ देते हैं। फलस्वरूप युवा पीढ़ी अपने माता-पिता से अगल रहने के बजाय उनके साथ रहकर उनके सुख-दुख के साथी बनें।  

अपने शहर, समाज और देश के लिए अब क्या करना चाहते हैं, आज की पीढ़ी को क्या करने की जरूरत है? 

मैंने जीवन में अनेक सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेकर लोगों को भी समाजकार्य करने में प्रेरित किया। अलावा धार्मिक कार्य में भी मेरा सक्रिय सहभाग रहा। समाजकार्य करते समय अनेक बार निराशा मिली। लेकिन निराश हुए बिना मैंने और मेरे सहयोगियों ने निरंतर समाज का कार्य जारी रखा। सेवानिवृत्ति के बाद भी मेरा समाजकार्य शुरू है। युवा पीढ़ी को भी अपने देश और समाज के कार्य करने की आवश्यकता है।

Created On :   8 April 2022 6:32 PM IST

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