खुशहाल जीवन के लिए संयुक्त परिवार जरूरी

Joint family is necessary for a happy life
खुशहाल जीवन के लिए संयुक्त परिवार जरूरी
बागवान खुशहाल जीवन के लिए संयुक्त परिवार जरूरी

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आज एकल परिवार बढ़ गए हैं।  किंतु खुशहाल जीवन के लिए संयुक्त परिवार जरूरी है। यह कहना है गड़चिरोली के इंदिरानगर निवासी 60 वर्षीय दिलीप आबाजी पेंदोरकर का। 

आपकी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण वह कौन-सा पल था जिसमें आपने सफलता पाई और वह किस तरह आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकता है? 

मैं मुलत: चंद्रपुर जिले के कापसी (उपरी) का निवासी हूं। विवाह के उपरांत काम के लिए पत्नी के साथ मैं गड़चिरोली अा गया। यहां भी रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं थे। जैसे-तैसे एक प्रेस (ईस्त्री) की दुकान शुरू की। इसी दौरान कुछ पैसा जमा कर घर बनाया। धीरे-धीरे इस कार्य में सफलता मिलने लगी। मेरी पत्नी ने हमेशा साथ निभाया। दोनों बेटे दुकान में मेरी मदद करते थे। 

आपने जिंदगी में जो अनुभव प्राप्त किए हैं वे किस  तरह भविष्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं? 

कोरोना की पहली व दूसरी लहर में शहर का पूरा बाजार बंद था। एक ओर जहां रोजगार के अभाव में लोगों पर भुखमरी की नौबत आ गई थी। इस दौरान हमारा परिवार एकसाथ था। लाकडाउन में मेरी दुकान बंद थी। किंतु दोनों बेटों का काम शुरू था। दोनों पुत्र प्लंबर है। मैंने बच्चों को अच्छे संस्कार दिए। इसलिए हमारा परिवार एकजुट है। 

अपने शहर, समाज और देश के लिए अब क्या करना चाहते हैं, आज की पीढ़ी को क्या करने की जरूरत है? 

आज हमारा समाज काफी पिछड़ा है। समाज के लिए कुछ चाहता हूं। आज भी समाज के लोग पारंपरिक व्यवसाय ही कर रहे है। किंतु बदलते समय के साथ कुछ अलग करने की जरूरत है। मैैैं युवा पीढ़ी से अपील करता हूं कि वे समाज की उन्नति के लिए आगे आएं।

Created On :   14 Jan 2022 7:04 PM IST

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