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संयुक्त टीम का छापा, 5 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। पढऩे-लिखने की उम्र में होटलों, दुकानों व कारखानों में कार्य करने वाले बाल श्रमिकों को लेकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय वैढऩ में रेस्क्यू शुरू किया गया। रेस्क्यू एक संयुक्त टीम द्वारा किया गया। जिसमें श्रम विभाग, पुलिस, बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन के सदस्यों की संयुक्त टीम है। इस टीम ने वैढऩ शहर में शाम करीब 4 बजे से वैढऩ बस स्टैंड से अपनी छापामार कार्यवाही शुरू की। पहली की कार्यवाही में टीम को दो बाल श्रमिक बस की सफाई का कार्य करते मिले। जिनसे टीम के सदस्यों ने बात करके पढ़ाई-लिखाई और परिवार के संबंध में जानकारी ली। वहीं संबंधित बस के ड्राइवर तथा उसके मालिक के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसी तरह से यह संयुक्त टीम शहर के अलग-अलग जगहों पर भी पहुंची। जिससे हर जगह व्यवसाइयों में हडक़ंप मचा रहा। जानकारी के अनुसार संयुक्त टीम फिलहाल शहर क्षेत्र ही नहीं बल्कि जिले के अन्य हिस्सों में रोजाना ऐसी कार्यवाही करेगी। पहले दिन की कार्यवाही में कुल 5 बाल श्रमिकों को संयुक्त टीम ने मुक्त कराया है। बताया जा रहा है कि जिन बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है, उन्हें पढऩे के लिये प्रेरित किया जाएगा। जो सक्षम हैं, उनके माता-पिता बच्चे की पढ़ाई करायें। अगर वह नहीं कराते हैं तो शासन स्तर से मिलने वाली सुविधा के तहत पढ़ाई करने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
जानें, कहां-कहां मिले बाल श्रमिक
- वैढऩ बस स्टैंड में बस की सफाई का कार्य करते हुये करीब 10 व 12 वर्ष के दो बाल श्रमिक मिले।
- काली मंदिर रोड स्थित एक होटल में करीब 12 वर्षीय एक बाल श्रमिक कार्य करते टीम को मिला।
- काली मंदिर रोड में ही स्थित एक फोटो फ्रेमिंग की दुकान में करीब 11-12 वर्षीय एक बाल श्रमिक काम करते मिला।
- आम्बेडकर चौक में एक करीब 13 वर्षीय बच्चा कपड़ा बेचते पाया गया। जिसकी जानकारी लेकर श्रम इस्पेक्टर ने फार्म भरा।
संबंधितों की होगी पेशी
जिन दुकानों व होटल में नाबालिग बच्चे कार्य कराते पाये गये हंै, उनके खिलाफ श्रम इंस्पेक्टर द्वारा फार्म भरकर कार्यवाही की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि इन सभी की अब श्रम न्यायालय में पेशी होगी और दोषी सिद्ध होने पर नियम के तहत दंडित करने की कार्यवाही होगी।
ये रहे टीम में
पहले दिन की कार्यवाही में श्रम विभाग से लेबर इंस्पेक्टर नवनीत पांडेय, इंस्पेक्टर अंकुर यादव और चाइल्ड लेबर इंस्पेक्टर सुशील कुमार थे। पुलिस विभाग से आरक्षकों में मो. कौसर, महेश पटेल, डीएन सिंह, शकुंतला यादव व अर्चना तिवारी थीं। बाल कल्याण समिति से आशा गुप्ता, किरण जैन, मंजू सिंह और चाइल्ड लाइन से शशांक शामिल थे।
Created On :   28 Dec 2019 2:43 PM IST