पाप की कमाई में कलियुग: रामाचार्य महाराज

Kaliyuga in the earning of sin: Ramacharya Maharaj
पाप की कमाई में कलियुग: रामाचार्य महाराज
पन्ना पाप की कमाई में कलियुग: रामाचार्य महाराज

डिजिटल डेस्क, पन्ना। शहर के हांथी खाना में प्रकाश खरे व रवि खरे के निज निवास पर श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ ०7 फरवरी 2022 दिन सोमवार से किया गया। कथा के प्रथम दिवस कलश यात्रा निज निवास से निकाली गई तदुपरांत कथा का शुभारंभ हुआ। श्रीमद् भागवत कथा  द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में पांडवों की वंशावली का सुन्दर वर्णन किया। व्यास रामाचार्य महाराज ने अपने व्याख्यान में बताया कि जैसा खाओगे अन्न, वैसा ही होगा मन, कथा को आगे बढ़ाते हुए युधिष्ठिर द्वारा प्रश्न प्रसंग का भी सुंदर वर्णन किया। कथा के दौरान पन्ना शहर क्षेत्र से बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे। कथा के द्वितीय दिवस परीक्षित जन्म व विदुर मैत्री धुव्र चरित्र की कथा का वाचन किया गया। जीवन जीना सीखना है तो श्री रामायण से सीखो और मरना सीखना है तो भागवत गीता से सीखो। त्रिवेणी संगम में गंगा, जमुना, सरस्वती का मिलन होता है। मिलन में गंगा जमुना तो दिखाई देती हैं लेकिन सरस्वती को कोई नहीं देख पाता। सरस्वती को देखने के लिए कई बार प्रयास करने पड़ते हैं लेकिन सफलता नहीं मिलती। इसी तरह गीता में विज्ञान, वैराग्य और भक्ति है लेकिन विज्ञान और वैराग्य तो दिखाई देता है लेकिन भक्ति नहीं दिखाई देती। भक्ति को देखने के लिए लीन होना पड़ता है। यह वचन कथा व्यास आगरा मोहल्ला साथी खाना के पीछे चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के दौरान दिए। इसके अलावा व्यास नारद संवाद परीक्षित जन्म वक्ता के दस लक्षण, रसिका भूवि भाविका, कुंती चरित्र, विदुर मैत्री प्रसंग की कथा श्रवण कराई।  इसके अलावा कथा वाचक महाराज जी ने कई प्रसंग सुनाए। कथा का श्रवण मुख्य यजमान श्रीमती संतोष कुमारी खरे द्वारा किया जा रहा है। कथा आयोजक रवि खरे द्वारा शहर के धर्म प्रेमी लोगों से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर भागवत कथा का रसपान कर धर्म लाभ उठाएं।  

Created On :   9 Feb 2022 1:11 PM IST

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