खटुआ हत्याकांड: फॉरेंसिक मेडिको लीगल एक्सपर्ट ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

जताई सुसाइड की संभावना, हर बिन्दु पर चल रही जाँच खटुआ हत्याकांड: फॉरेंसिक मेडिको लीगल एक्सपर्ट ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

डिजिटल डेस्क जबलपुर। प्रदेश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री जीसीएफ कर्मी जीएस खटुआ हत्याकांड आज भी पहेली बना हुआ है। 1 हजार से ज्यादा दिन बीत जाने के बाद भी एसआईटी इस मामले की तह तक नहीं पहुँच पाई है। इसलिए इस अनसुलझी वारदात को सुलझाने के लिए जबलपुर पुलिस के िवशेष आग्रह पर मप्र मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट के पूर्व डायरेक्टर डॉ. बीके सतपति जबलपुर पहुँचे। श्री सतपति पुलिस अधिकारियों के साथ सोमवार की दोपहर घटनास्थल पहुँचे। उन्होंने जिस जगह खटुआ का शव मिला था, उस खोह में उतर कर घटना का रीक्रिएशन किया।
इस दौरान उन्होंने एसआईटी से अब तक की गई जाँच के संबंध में कई महत्वपूर्ण बातों पर चर्चाएँ कीं और पुरानी तस्वीरें देखीं। करीब दो घंटे तक सीन ऑफ क्राइम को चैक करने के बाद उन्होंने पुलिस को तीन प्रमुख बिन्दुओं पर जाँच करने के लिए कहा। सूत्रों के अनुसार श्री सतपति ने इस मामले में आत्महत्या की तरफ भी इशारा किया है। लेकिन उनकी अधिकृत िरपोर्ट अभी आनी बाकी है। डॉ. सतपति का फॉरेंसिक में लंबा अनुभव है, वे जबलपुर पुलिस के िवशेष आग्रह पर खटुआ मर्डर केस में अपनी राय देने के लिए आए हैं। प्रदेश के कई बड़े हत्याकांडों को सुलझाने में डॉ. सतपति की िरपोर्ट अहम रोल निभा चुकी है।
इन बिन्दुओं पर की पूछताछ
सूत्रों के अनुसार डॉ. सतपति ने घटनास्थल का िनरीक्षण करने के बाद एसआईटी से तीन प्रमुख बिन्दुओं पर पूछताछ की। खटुआ का शव िमलने के बाद उसकी बॉडी के नीचे शेविंग ब्लेड मिली थी। जिस पर उन्होंने कहा कि उसके परिजनों से इस बात की जानकारी ली जाए कि खटुआ घर में शेविंग के लिए कौन सी ब्लेड इस्तेमाल करता था। इसके अलावा सबसे पहले शव देखकर सूचना देने वाले और पति की मौत की खबर मिलने के बाद उसकी पत्नी ने क्या बयान िदए थे।
धनुष तोप के घोटाले में संदेही था खटुआ
जीसीएफ में जेडब्ल्यूएम के पद रहे खटुआ देश की पहली स्वदेशी आर्टलरी गन धनुष की चाइनीज बेयरिंग लगाने के मामले में सीबीआई जाँच में घिरा था। जीसीएफ में धनुष आर्टलरी गन 155 एमएम के निर्माण की कार्ययोजना सरकार ने स्वीकृत की थी। गन में उपयोग होने वाले वायरलैस रोलिंग बेयरिंग की आपूर्ति का ठेका दिल्ली की सिद्धि सेल्स कंपनी को दिया गया था। कंपनी ने चायना मेड बेयरिंग में मेड इन जर्मन की सील लगाकर सप्लाई कर दी थी। जिसको लेकर सीबीआई दिल्ली ने जाँच शुरू की थी। 5 जनवरी 2019 को सीबीआई ने खटुआ के घर में दबिश दी थी। उसका मोबाइल और कम्प्यूटर की हार्डडिस्क लेकर टीम गई थी। इसी मामले में 17 जनवरी को बयान दर्ज कराने दिल्ली तलब किया गया था। लेकिन प्रबंधन से अनुमति न िमलने के कारण खटुआ िदल्ली नहीं जा पाया था।
19 दिन बाद मिला था शव
17 जनवरी को खटुआ दशमेशद्वार मदन महल स्थित अपने वकील के दफ्तर गए थे, जहाँ से घर लौटने के बाद वे अचानक गायब हो गए थे। उनका शव 19 दिन बाद 5 फरवरी को पाटबाबा की पहाडिय़ों के पीछे मिला था।
इन पहलुओं पर जाँच बाकी
- धनुष तोप के टेंडर में जो लोग शामिल थे, उनसे पूछताछ होना बाकी है।
- खटुआ के मोबाइल और कम्पयूटर की िहस्ट्री िरपोर्ट पेंडिंग।
- सीबीआई द्वारा िदल्ली सीबीआई कोर्ट में फाइल की गई खटुआ के िखलाफ चार्जशीट का अवलोकन होना बाकी है।
मप्र मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट के पूर्व डायरेक्टर डॉ. बीके सतपति ने खटुआ मर्डर केस मामले में घटनास्थल का निरीक्षण किया है। उन्होंने कई तकनीकी िबन्दुओं पर जाँच करने की सलाह भी दी है। उनकी अधिकृत रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-एएसपी डॉ. संजय अग्रवाल, एसआईटी प्रभारी

 

Created On :   7 Feb 2022 10:23 PM IST

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