15 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेजे गए कोल्हे हत्या मामले के आरोपी

Kolhe murder case accused sent to NIA custody for 15 days
15 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेजे गए कोल्हे हत्या मामले के आरोपी
अमरावती 15 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेजे गए कोल्हे हत्या मामले के आरोपी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विशेष अदालत ने अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में गिरफ्तार सात आरोपियों को 15 जुलाई तक के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में भेज दिया है। एनआईए इन सभी आरोपियों को पांच जुलाई को पकड़ा था। इसके बाद सभी आरोपियों को मुंबई लाया गया और फिर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया। जिन आरोपियों को हिरासत में भेजा गया है कि उनके नाम इरफान खान, मुदस्सर अहमद, शाहरुख पठान,अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब रशीद और यूसुफ खान है। इस मामले में एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश जारी है। 

सुनवाई के दौरान आरोपियों की ओर से पैरवी कर रहे वकील शरीफ शेख ने आरोपियों को 15 दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेजने की मांग का विरोध किया। उन्होंने कहा कि अमरावती में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना को एक अलग रंग दिया जा रहा है। जबकि यह एक हत्या का मामला है। आरोपियों की हिरासत के लिए एनआईए ने कोई मजबूत आधार व तथ्य नहीं पेश किया है। अमरावती पुलिस आरोपियों से दो दिन तक पूछताछ कर चुकी है। यह जांच के लिए पर्याप्त है। इस मामले में अवैध गतिविधि प्रतिबंधक कानून के तहत मामला नहीं बनाता। आरोपी किसी प्रतिबंधित संगठन का हिस्सा नहीं हैं। 

वहीं एनआईए के वकील ने कहा कि हम इस पडाव पर जांच से जुड़ी बातों का खुलासा नहीं कर सकते है। एनआईए के पास प्राथमिक सबूत हैं और उसे जांच करने का अधिकार है। आरोपियों के खिलाफ प्रारंभिक जांच में सबूत मिले है। इसलिए इन्हें बेगुनाह के रुप में नहीं देखा जा सकता। इसके अलावा इस मामले की जांच सिर्फ अमरावती तक सीमित नहीं है। एनआईए की ओर से सुनवाई के दौरान अप्रत्यक्ष रुप से उदयपुर की घटना का भी हवाला दिया। एनआईए ने दावा किया कि आरोपियों की हरकत लोगों में दहशत पैदा करनेवाली है। इसलिए आरोपियों के कृत्य को आतंकी कृत्य के रुप में देखा जाए। इस तरह न्यायाधीश ने मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद आरोपियों को 15 जुलाई तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया।

गौरतलब है कि अमरावती के घंटाघर के श्याम चौक इलाके में चाकू मारकर कोल्हे की हत्या कर दी गई गई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला था कि कोल्हे ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके चलते उनकी हत्या की आशंका जाहिर की गई थी। क्योंकि कोल्हे ने ह्वाट्सएप पर एक ग्रुप बनाया था, उसमे युसूफ खान भी शामिल था। वह कोल्हे के पोस्ट को लेकर नाराज था। इसके बाद उसने दूसरे आरोपियों को वारदात को अंजाम देने के लिए उकसाया था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया था। इस बीच एनआईए ने इस पूरे प्रकरण की जांच को अपने हाथ में ले लिया। इसलिए आरोपियों को एनआईए को सौप दिया गया था। 

 

Created On :   7 July 2022 3:06 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story