न्यायमूर्ति हक के ट्रांसफर से नाराज हैं वकील, परिवार पर खतरे की आशंका

Lawyers are angry with Justice transfer, fear of danger on family
न्यायमूर्ति हक के ट्रांसफर से नाराज हैं वकील, परिवार पर खतरे की आशंका
न्यायमूर्ति हक के ट्रांसफर से नाराज हैं वकील, परिवार पर खतरे की आशंका

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति जेड.ए. हक को नागपुर खंडपीठ से औरंगाबाद खंडपीठ स्थानांतरित किए जाने पर नागपुर का विधि वर्ग नाराज है। वकीलों की यह नाराजगी सोमवार को खुल कर सामने आई गई, जब सिविल लाइंस स्थित जिला व सत्र न्यायालय में वकीलों ने न्या. हक के स्थानांतरण पर नाराजगी जताते हुए इसे रोकने के लिए हस्ताक्षर अभियान छेड़ा।

वकीलों के दावे के अनुसार 500 से अधिक वकीलों ने राष्ट्रपति, बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति और मुख्यमंत्री के नाम लिखे इस निवेदन पर हस्ताक्षर करते हुए न्या. हक को नागपुर में ही रखने की मांग की है। इस निवेदन में वकीलों ने न्या.हक के परिवार की सुरक्षा को भी खतरा बताया है। कहा गया है कि, न्या. हक मेहनती, निष्पक्ष और निडर जज हैं, जिन्होंने जनहित से जुड़े कई अहम निर्णय दिए हैं। इससे कई बार सत्ता और कुछ विशेष व्यक्तियों को परेशानी हुई है। खास बात यह कि, न्या. हक की खंडपीठ में सीबीआई दिवंगत जज बी.एच. लोया की मृत्यु से जुड़े मामले की सुनवाई हुई है।

सुरक्षा बढ़ाने की मांग
निवेदन में वकीलों का आरोप है कि, प्रदेश के सिस्टम में भाजपा समर्थक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी है। न्या. हक के आदेश के कारण उन्हें परेशानी हुई है। ऐसे में पूरी संभावना है कि, असंतुष्ट वर्ग न्या. हक या उनके परिवार को हानि पहुंचाने का  प्रयास कर सकता है। ऐसे में न्या. हक का नागपुर में ही अपने परिवार के साथ रहना सही है। वकीलों ने न्या. हक और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। सोमवार को जिला न्यायालय परिसर में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एड. सुदीप जायस्वाल और उनके सहकर्मियों ने पत्रकार परिषद आयोजित करके यह जानकारी दी।

Created On :   28 Jan 2020 11:50 AM IST

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