जीवनरक्षक टीके लगाए और दी पोषण की जानकारी जिले में चिकित्सा संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मनाया मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस

Life saving vaccines and nutrition information given Mother-Child Health and Nutrition Day celebrated at medical institutes and Anganwadi centers in the district
जीवनरक्षक टीके लगाए और दी पोषण की जानकारी जिले में चिकित्सा संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मनाया मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस
जीवनरक्षक टीके लगाए और दी पोषण की जानकारी जिले में चिकित्सा संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मनाया मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस

डिजिटल डेस्क, जयपुर। जीवनरक्षक टीके लगाए और दी पोषण की जानकारी जिले में चिकित्सा संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मनाया मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस अधिकारियों व कार्मिकों ने की सघन मॉनिटरिंग जयपुर, 6 अगस्त। कोरोना वायरस की महामारी के दौर में चिकित्सा विभाग आमजन को बचाने के साथ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध करवा रहा है विभाग की ओर से गुरूवार को जिलेभर में मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस मनाया गया। चिकित्सा संस्थान व आंगनबाडी केंद्रों पर मनाए गए उक्त दिवस पर एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों ने जीवनरक्षक टीके लगाने के साथ उनके प्रभाव और पोषण की जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की चिकित्सा संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों स्वास्थ्य जांच कर जीवनरक्षक टीके लगाए गए वहीं जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों व एनएचएम कार्मिकों ने सत्र स्थल पर जाकर ओडीके मोबाइल एप्प के माध्यम से मॉनिटरिंग की एएनएम और आशा सहयोगिनी ने ग्रामीण महिलाओं को कोरोना वायरस के नियंत्रण व रोकथाम की जानकारी सहित सोशियल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। चिकित्सा संस्थानों व आंगनबाडी केंद्रों पर गुरूवार को मनाए गए एमसीएचएन दिवस की जिला, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों व एनएचएम के कार्मिकों ने सघन मॉनिटनिरंग की. इस दौरान जिला, ब्लॉक व एनएचएम कार्मिकों ने ओडीके मोबाइल एप्प के माध्यम से एमसीएनएच दिवस से संबंधित सूचनाएं निदेशालय को भेजी। डॉ. शर्मा ने बताया कि एमसीएचएन डे पर जिले के चिकित्सा संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच के साथ हिमोग्लोबिन, वजन, मूत्र, मधूमेह, हाईट, ब्लड प्रेशर तथा पेट की जांच की गई. इस दौरान चिन्हित हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं को समूचित पौष्टिक आहार का सेवन करने की सलाह दी गई. नवजात से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को जीवनरक्षक टीके लगाए गए. बच्चों की आयु वर्ग के मुताबिक बीसीजी, पेटां-प्रथम, द्वितीय तृतीय, ओपीवी-0 डोज, ओपीवी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय, हैपेटाइटिस बर्थ डोज, आईपीवी प्रथम व द्वितीय, रोटा वायरस प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय, पीसीवी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय तथा मीजल्स प्रथम के टीके लगाए गए. आगामी समय में भी नियमित रूप से मोडिफाईड प्लान के अनुसार जिले के अन्य क्षेत्रों में भी टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जाएगा।

Created On :   7 Aug 2020 1:27 PM IST

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