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कोविड केंद्रों पर सीमित नियुक्ति, कह रहे मरीज कम, पर कारण तो वेतन है
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सीसीसी (कोविड केयर सेंटर) के अलावा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल कलेक्शन व काेरोना से संबंधित अन्य सेवाओं के लिए नागपुर महानगर पालिका और जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब 2000 ठेका कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई थीं। इन कर्मचारियों के दम पर ही शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना से लोगों को बचाने में सफलता मिली थी। दूसरी लहर कम होते ही इन कर्मचारियों को सेवा से निकाल दिया गया था। अब मनपा व जिला परिषद द्वारा फिर से ठेका कर्मचारियों की नियुक्तियां की जा रही हैं, लेकिन गिनती के ही कर्मचारियों की भर्ती की जाने वाली है, क्योंकि वेतन का सवाल इसके पहले भी उठ खड़ा हुआ था।
डीपीडीसी या खनिकर्म से मांगेंगे निधि : पहली व दूसरी लहर के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में लोगों की सुरक्षा करने विविध उपाय योजनाएं की गई थीं। उस समय जिला परिषद द्वारा 1067 ठेका कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई थीं। इनमें डॉक्टर्स, परिचारिका, अधिपरिचारिका, लैब टेक्निशियन्स, डाटा एंट्री ऑपरेटर, स्टोर ऑफिसर, औषधि वितरण अधिकारी आदि का समावेश था। दूसरी लहर कम होने के बाद नए साल की शुरुआत से दोबारा मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसलिए जिला परिषद ने ग्रामीण क्षेत्र के हिंगना, उमरेड, काटोल, रामटेक, कुही, सावनेर, नरखेड व पारशिवनी के कोविड केयर सेंटर शुरू किए हैं। इन 8 केंद्रों पर 50 से अधिक कर्मचारियों की नियुक्तियां होनी चाहिए थीं। इनमंे डॉक्टर्स से लेकर दवा वितरण अधिकारी तक का समावेश होना चाहिए, लेकिन यहां केवल 16 कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई हैं। इनमें 8 डॉक्टर व 8 परिचारिका शामिल हैं। लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ने पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जानेवाली है। वेतन की समस्या दूर करने के लिए डीपीडीसी या खनिकर्म विभाग से निधि मांगी जाएगी।
लक्षण वाले कम हैं, इसलिए नियुक्तियां कम : मनपा क्षेत्र में दूसरी लहर के दौरान 800 से अधिक ठेका कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई थीं। लेकिन अब यहां भी नियुक्तियां नहीं की जा रही हैं। शहर के विधायक निवास, वीएनआईटी व पांचपावली कोविड केयर सेंटर शुरू किए गए हैं। फिलहाल यहां मरीजों की संख्या कम है। इसलिए नए कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं किए जाने का तर्क दिया जा रहा है। इनके अलावा शहर के सरकारी अस्पतालों में 92 ठेका कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई हैं। इस बारे में बताया गया कि फिलहाल काेरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उनमें बिना लक्षण वाले मरीजों की संख्या अधिक है। अधिकतर मरीज गृह विलगीकरण में हैं। इस कारण कोविड केयर सेंटर या अस्पतालों मे भर्ती होने वालों की संख्या काफी कम है। इसलिए ठेका कर्मचारियों की नियुक्तियां कम प्रमाण में की गई हैं। 92 लोगों को नियुक्ति के पत्र दिए हैं, लेकिन सेवा शुरू करने वालों की संख्या कम है।
Created On :   16 Jan 2022 5:21 PM IST