कर्ज माफी : करोड़ों के घोटाले की तैयारी, सूची खोल रही सहकारी समितियों की पोल

Loan waiver scheme : Fraud came in light after the publication of list of farmers
कर्ज माफी : करोड़ों के घोटाले की तैयारी, सूची खोल रही सहकारी समितियों की पोल
कर्ज माफी : करोड़ों के घोटाले की तैयारी, सूची खोल रही सहकारी समितियों की पोल

डिजिटल डेस्क, कटनी। सहकारी समितियों के कर्ताधर्ताओं द्वारा किसानों के कर्ज के नाम पर लाखों का फर्जीवाड़ा करने की तैयारी कर रखी है। ग्राम पंचायतों में कर्जदार किसानों की सूची प्रदर्शित होने से अब पोल खुल रही है। जिनमें ऐसे किसानों के भी नाम हैं, जिन्होंने कभी सहकारी बैंकों में खाते ही नहीं खुलवाए या फिर जिन्होने वर्षों पहले ऋण की राशि ब्याज सहित अदा भी कर दी। ऋणमाफी की सूची में नाम देखकर किसानों में सहकारी समितियों के कर्ताधर्ताओं के खिलाफ जमकर गुस्सा है। ऐसा ही मामला सहकारी समिति जरवाही में सामने आया है। इस समिति से जुड़े गांवों के आधा सैकड़ा किसानों ने कलेक्टर को सूची सौंपकर फर्जीवाड़ा की जांच करने की मांग की है। वहीं यह मामला सीएम हाउस तक पहुंच गया है।

कलेक्टर को सौंपी किसानों की सूची
जरवाही सहकारी समिति से जुड़े गांवों के किसानों ने कलेक्टर को 35 किसानों की सूची सौंपी, जिसमें उन्होने ऋण की राशि ब्याज सहित अदा कर दी। इसके बाद भी किसानों के नाम पर लाखों रुपए का ऋण बकाया दर्शाया गया है। गैंतरा के चंद्रिका प्रसाद के नाम पर 503347 रुपए कर्ज दर्शाया है, जबकि उनके द्वारा 2838 रुपए अतिरिक्त जमा किए गए हैं। घुघरा के रामबोध यादव के नाम पर 139462 रुपए कर्ज बताया गया और उन्होने 28848 रुपए समिति में अतिरिक्त जमा किए हैं।

घुघरा की मानवती कुशवाहा के नाम पर 202671 रुपए, जरवाही के फदाली राम के नाम पर एक लाख 36 हजार रुपए , घुघरा के शिवकुमार बर्मन के नाम पर 83307 रुपए , सुधा कुशवाहा के नाम पर एक लाख 33792 रुपए, बंडा के नारायण हल्दकार के नाम पर दो लाख 71600 रुपए, जरवाही के नरेन्द्र कुशवाहा के नाम रप 8400 रुपए, पडुआ की मनीषा  राव के नाम पर 81023 रुपए, गैतरा के बुद्धू पिता शंकर के नाम पर सात लाख 95480 रुपए एवं लीला पिता भुक्के के नाम पर छह लाख 16716 रुपए कर्ज दर्ज है। इन किसानों के नाम पर किसी तरह की राशि बकाया नहीं थी।

समिति में खाता ही नहीं और कर्जदार हो गए
ऋण माफी सूची में ऐसे किसानों के नाम भी हैं, जिनका सहकारी समिति में खाता ही नहीं खुला है। पडुआ निवासी बद्री प्रसाद नुनिया ने शिकायत में आरोप लगाया कि उसने कभी जरवारी सोसायटी में खाता नहीं खुलवाया और ऋण माफी सूची में उसके नाम पर 46984 रुपए लोन दर्ज है। गैतरा के कालूराम पिता भुक्के प्रसाद के सहकारी समिति में 103779 रुपए अतिरिक्त जमा है पर उसके नाम पर 367894 रुपए कर्ज  दर्शाया है। इसी तरह घुघरा के सेवा राम पिता मद्धू प्रसाद के भी सहकारी समिति में 53200 रुपए अतिरिक्त जमा है पर उसके नाम पर भी 52 हजार रुपए कर्ज है।

पति, पत्नी को बना दिया कर्जदार
सहकारी समिति जरवारी में पति-पत्नी को भी कर्जदार बना दिया। ऋण माफी सूची में नाम देखकर पति-पत्नी दोनों भौंचक रह गए। पिपरौंध निवाी अश्वनी गौतम के नाम पर 103447 रुपए और उनकी पत्नी सपना गौतम के नाम पर एक लाख 18307 रुपए ऋण बताया गया है। खातेदार पडुआ निवासी राममिलन पटेल के नाम पर 112000 रुपए, छोटेलाल के नाम पर 439222 रुपए, केशव प्रसाद के नाम पर 111410 रुपए, काशी प्रसाद के नाम पर 442585 रुपए, रामगोपाल पटेल के नाम पर दो लाख तीन हजार रुपए, संगीता गौतम के नाम पर 24157 रुपए , गोविंद मिश्रा के नाम पर 14090 रुपए, राजकुमार के नाम पर 75626 रुपए कर्ज बताया है।

किसानों को लेकर सियासत हुई तेज
जय किसान ऋण माफी योजना में फर्जीवाड़ा सामने आते ही सियासत भी तेज हो गई है। भाजपा विधायक संदीप जायसवाल ने किसानों के साथ जाकर कलेक्टर से ठोस कार्यवाही का अनुरोध किया। विधायक ने मामले की तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग की। वहीं  किसानों के फर्जी ऋण की जानकारी सामने आते ही कांग्रेसी भी सक्रिय हो गए और पूरा मामला सीएम हाउस तक पहुंंचाया।   

गुलाबी रंग के आवेदन में ली जाएगी आपत्ति
समय-सीमा बैठक में भी किसान ऋण माफी योजना में गड़बड़ी छाई रही। बैठक में कलेक्टर श्री चौधरी ने जयकिसान ऋण माफी योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ स्थानों से आपत्ति आ रही है कि फसल ऋण नहीं लेने के बावजूद किसानों का नाम हरी, सफेद सूची में शामिल हो गया है। ऐसे किसानों से गुलाबी रंग के आवेदन में दावा-आपत्ती लें। जिसका परीक्षण कर जिला क्रियान्वयन समिति की बैठक में निराकरण किया जायेगा।

एसपी ने कहा-नहीं बख्शे जाएंगे दोषी
पुलिस अधीक्षक मिथलेश शुक्ला ने कहा कि किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले नहीं बख्शे जाएंगे। युकां जिलाध्यक्ष मनु दीक्षित, रौनक खंडेलवाल, प्रांशु परिहार एवं सूर्यकांत कुशवाहा ने कलेक्टर एवं एसपी से मिलकर जरवाही सोसायटी में किसानों के साथ हुए धोखाधड़ी की जानकारी की। युकां जिलाध्यक्ष ने बताया कि पूरा मामला सीएम के ओएसडी के संज्ञान में ले जाया गया है और सीएम हाउस से पूरे प्रकरण की मॉनीटरिंग हो रही है।

इनका कहना है
जरवाही सोसायटी के किसानों की शिकायतों की जांच संयुक्त समिति से कराई जा रही है। पुलिस की उपस्थिति में किसानों के बयान दर्ज कराए जाएंगे। इस बारे में जिला सहकारी बैंक के उच्च प्रबंधन से भी बात की है और किसी दूसरी सोसायटी के कर्मचारी जांच दल में रखने कहा है। धोखाधड़ी प्रमाणित होने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाएगा।
के.व्ही.एस.चौधरी कलेक्टर कटनी

 

Created On :   22 Jan 2019 7:52 AM GMT

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