लोकसभा चुनाव को लेकर शिवसेना को 25-23 की पेशकश, विदर्भ की सीटों पर बदलाव नहीं, डिजिटल रथ से जनता को साधेगी बीजेपी

Loksabha Elections : BJP presents 25-23 seats formula to shivsena
लोकसभा चुनाव को लेकर शिवसेना को 25-23 की पेशकश, विदर्भ की सीटों पर बदलाव नहीं, डिजिटल रथ से जनता को साधेगी बीजेपी
लोकसभा चुनाव को लेकर शिवसेना को 25-23 की पेशकश, विदर्भ की सीटों पर बदलाव नहीं, डिजिटल रथ से जनता को साधेगी बीजेपी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा और शिवसेना में युति की चर्चा निर्णायक दौर में पहुंच गई है। भाजपा शिवसेना को एक सीट अधिक देने को तैयार है। 25-23 का फार्मूला तैयार किया गया है। भाजपा के सूत्र के अनुसार जो फार्मूला तय किया गया है उसमें विदर्भ की सीटों के लिए पहले जैसी ही साझेदारी रखने का विचार है। पश्चिम महाराष्ट्र की कुछ सीटों पर फेरबदल का विचार चल रहा है। शिवसेना के साथ सीट साझेदारी की बात निर्णायक स्थिति में पहुंचने के चलते अब उन सीटों पर भाजपा चुनाव तैयारी नहीं दिखा रही है जहां शिवसेना के उम्मीदवार चुनाव लड़ते रहे हैं। राज्य में लोकसभा की 48 सीटें हैं। 2014 के चुनाव में भाजपा ने 26 व  शिवसेना ने 22 सीटाें पर चुनाव लड़ा था। इस बार शिवसेना को एक सीट अधिक देने की तैयारी चल रही है। पश्चिम महाराष्ट्र की भिवंडी व पालघर सीट शिवसेना को देने का विचार किया जा रहा है। हालांकि इन दोनों सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं। 2014 में पालघर से शिवसेना के चिंतामण वनगा जीते थे। उनके निधन के बाद उनके पुत्र को भाजपा उम्मीदवार ने पराजित कर दिया।  हालांकि शिवसेना उम्मीदवार के मिले मत को देखते हुए उस सीट पर शिवसेना का दावा कायम है। 

अन्य सहयोगियों को नहीं स्थान

भाजपा सूत्र के अनुसार अन्य सहयोगियों के लिए सीट साझेदारी में स्थान फिलहाल नहीं है। 2014 के चुनाव में स्वाभिमान शेतकरी संगठन,राष्ट्रीय समाज पार्टी को उम्मीदवारी दी गई थी। आरपीआई के रामदास आठवले से भी कुछ शर्तों पर समझौता किया गया था। इस बार स्थिति वैसी नहीं है। स्वाभिमान शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी भाजपा शिवसेना से दूरी बनाए हुए है। रासपा के महादेव जानकर राज्य मंत्रिमंडल में शामिल हैं। रामदास आठवले को भाजपा ने राज्यसभा में भेजकर केंद्र सरकार में मंत्री बनाया है। पिछले चुनाव में राजू शेट‌्टी ने हातकणंगल से चुनाव जीता था। महादेव जानकर भाजपा के चुनाव चिन्ह पर बारामती से लड़े थे। उन्हें राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले ने पराजित किया। शेट्‌टी व जानकर के लिए 2 सीट छोड़नेवाली भाजपा ने 2014 के चुनाव में 24 सीटों पर लड़कर 23सीटें जीती थी। शिवसेना ने 22 सीटों पर लड़कर 18 सीटें जीती थी। 

विदर्भ में कोई बदलाव नहीं

भाजपा सूत्र के अनुसार विदर्भ की सभी 10 लोकसभा सीटों के लिए पहले जैसी ही स्थिति पर दोनों दल सहमत है। यहां 4 सीटों पर शिवसेना ने चुनाव लड़ा था। चारों पर शिवसेना जीती। रामटेक,अमरावती, यवतमाल व बुलढाणा सीट पर शिवसेना का दावा कायम है। 2014 में ही भाजपा व शिवसेना ने अलग अलग विधानसभा चुनाव लड़ा। विदर्भ में शिवसेना के नेतृत्ववाले चारों लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटाें पर भाजपा सबसे आगे रही। विधानसभा में भाजपा की बढ़त देखते हुए भी लोकसभा के लिए शिवसेना से सीट पाने का अधिक दावा नहीं किया जा रहा है। 

42 डिजिटल रथ के जरिए 48 लोकसभा क्षेत्रों में लोगों तक पहुंचेगी भाजपा 

उधर मुंबई में भाजपा नई पहल करने जा रही है, जनता से संपर्क साधने 42 डिजिटल रथ के जरिए 48 लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी पहुंच बनाएगी। यानी आगामी चुनावों के मद्देनजर भाजपा अब डिजिटल रथ के जरिए केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं को सभी लोकसभा क्षेत्रों में लोगों तक पहुंचाएगी। पार्टी की तरफ से 48 लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचने के लिए 42 डिजिटल रथ को तैयार किया गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस प्रदेश भाजपा कार्यालय में डिजिटल रथों को ध्वज दिखाकर रवाना करेंगे। भाजपा के भारत के मन की बात, मोदी के साथ अभियान की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष अध्यक्ष अमित शाह कर चुके हैं। प्रदेश भाजपा की तरफ से इस अभियान की शुरुआत अब राज्य में की जाएगी। अभियान में डिजिटल रथ के जरिए केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले पार्टी के घोषणा पत्र के लिए जनता से सुझाव मांगा जाएगा।
 

Created On :   4 Feb 2019 11:37 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story