हर दिन 200 निराधार लोगों को दे रहे महाराष्ट्रीयन भोजन, कैंसर पीड़ित महिला को उपचार के लिए 5 हजार की मदद

Maharashtrian food is being given to 200 destitute people every day
हर दिन 200 निराधार लोगों को दे रहे महाराष्ट्रीयन भोजन, कैंसर पीड़ित महिला को उपचार के लिए 5 हजार की मदद
हर दिन 200 निराधार लोगों को दे रहे महाराष्ट्रीयन भोजन, कैंसर पीड़ित महिला को उपचार के लिए 5 हजार की मदद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बुटीबोरी एमआईडीसी की कंपनी में पिछले 15 साल से काम करने वाले ठेकेदारी कामगार गणेश मालेवार अपने परिवार का जीवनयापन कर रहे हैं। मूलतः तुमसर निवासी गणेश को एक बेटा व एक बेटी है। गणेश की पत्नी लोगों के घर में काम करती है। छह माह पहले गणेश की पत्नी चंदा मालेवार को अन्ननलिका का कैंसर हुआ है। कुछ पैसे जमा करके रखे थे। तो इलाज में खत्म हो गए। अब परिवार के पर खाने के लिए नहीं है। दोनों को कोई काम भी नहीं है। अभी रेडिएशन और कीमोथेरेपी कर ली है। आगे का इलाज और खाने के लिए कुछ भी पैसे नहीं होने से गणेश ने बूटीबोरी के कर्मयोगी फाउंडेशन के अध्यक्ष पंकज ठाकरे को अपनी कहानी सुनाई। ठाकरे ने कर्मयोगी फाउंडेशन के सभी सदस्यों से बात करके कैंसर के उपचार के लिए 5 हजार रुपए का चेक गणेश के घर जाकर प्रदान किया। इस समय फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष पंकज ठाकरे, मार्गदर्शक तुलसीदास भानारकर, महासचिव शिवाजी बारेवार, कोषाध्यक्ष विजय डोंगे, संगठन प्रमुख शरद कबाडे, सुनील विश्वकर्मा, धनराज मोडक, रोशन जांभुलकर, रामेश्वर खंडारे व प्रकाश कुबडे उपस्थित थे।

प्रतिदन 400 लोगों के लिए जलपान की व्यवस्था
 
उधर कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए पुलिसकर्मी ड्यूटी के साथ लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। पुलिस कर्मी 12-12 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं। लॉकडाउन के करण सभी दुकानें बंद होने से उनके चाय, पानी और नाश्ते की व्यवस्था नहीं है। कई पुलिस कर्मी रातभर ड्यूटी कर रहे हैं। शहर के तेलीपुरा निवासी नांदुरकर दंपत्ति और उनकी दो बेटियां पुलिस वालों के जलपान की व्यवस्था कर रहे हैं। सुनील नांदुरकर ने बताया कि, पुलिस वालों के अलावा जरूरतमंदों के लिए भी प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था की जा रही है। इसमें कोई संस्था नहीं है। जिस दिन से लॉकडाडन शुरू हुआ है, तब से अभी तक प्रतिदिन 400 लोगों के जलपान की व्यवस्था कर रहे हैं। जब तक लॉकडाउन चलेगा, तब तक यह व्यवस्था रहेगी। नांदुरकर ने बताया कि, मेरी पत्नी, दोनों बेटियां और मैं हम चारों मिलकर चाय, नाश्ता बनाते हैं। सुबह 11 बजे पुलिस कर्मियों को चाय, नाश्ता और पानी देते हैं। इसके बाद दोपहर में जरूरतमंदों को भोजन का वितरण करते हैं। शाम को 4 बजे पुलिस कर्मियों को चाय और नाश्ता कराते हैं। उन्होंने कहा कि, दिन-भर तो बहुत सारी संस्थाएं काम कर रही है लेकिन, रात के समय जब हम सोए रहते हैं, तब पुलिस कर्मी रात में भी ड्यूटी पर रहते हैं। इसलिए हमने प्रतिदिन रात 2 बजे उनके लिए चाय और नाश्ते की व्यवस्था की है। हर दिन का अलग-अलग मेन्यू रहता है। जिन्हें दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही है। ऐसे लोगों के लिए प्रतिदिन भोजन वितरण कर रहे हैं।
 

Created On :   29 April 2020 2:27 PM IST

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