ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटा, पानी के लिए सरपंच को बना लिया बंधक

Mandla : Villagers captured sarpanch in anger of water scarcity
ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटा, पानी के लिए सरपंच को बना लिया बंधक
ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटा, पानी के लिए सरपंच को बना लिया बंधक

डिजिटल डेस्क, मंडला। गर्मी शुरू होते ही पेयजल संकट गहराने लगा है। पानी के लिए भटक रहे ग्रामीणों में इस कदर आक्रोश है कि वह कुछ भी करने को तैयार हैं। मप्र के मंडला जनपद की ग्राम पंचायत ग्वारा में पानी के लिए परेशान ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया। ग्रामीणों ने पानी दिए जाने की मांग करते हुए सरपंच को पंचायत भवन में बंधक बना लिया। करीब डेढ़ घंटे तक सरपंच को बंद रखा। जब अधिकारियों व सरपंच ने शीघ्र व्यवस्था में सुधार करने का आश्वासन दिया, तब ग्रामीणों ने सरपंच को छोड़ा।

वर्षों से ही परेशानी
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत ग्वारा में नलजल योजना से पेयजल की सप्लाई की जाती है। 25 हजार से अधिक जनसंख्या वाले इस गांव में नलजल योजना से एक सप्ताह में एक बार ही पानी की सप्लाई हो रही है। मोटर चलने और खराबी के कारण भी आये दिन नलजल योजना बंद रहती है। यह समस्या वर्षों से चली आ रही है, जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

हैंडपंपों से पानी की जगह आती है हवा
ग्राम के सूर्यकांत जंघेला, अषाढू जंघेला, विजय जंघेला समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया है कि ग्राम में पांच हैंडपंप हैं, जिसमें तीन हवा उगल रहे हैं। पेयजल के लिए ग्रामीण ढ़ेको, बटालियन लाईन और मुख्य मार्ग में आठवा मील से पेयजल लेकर आ रहे हैं। पेयजल जुटाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। पानी के लिए हैंडपंप में देर रात तक लाइन लग रही है, इसके साथ ही विवाद की स्थिति निर्मित होती है। लोगों का कहना है कि समस्या को लेकर जनसुनवाई में भी शिकायतें दर्ज कराई गई है। पेयजल व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए दर्जनों बार पंचायत में सरपंच से शिकायत की गई, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे ग्रामीणों में सरपंच, सचिव को लेकर आक्रोश है।

पंचायत में बंद कर जड़ दिया ताला
ग्राम पंचायत में ग्राम की समस्याओं को लेकर बैठक का आयोजन किया गया था। यहां पेयजल की समस्या को भी उठाया गया था। पंचायत भवन में मौजूद ग्रामीणों और पंचों ने सरपंच पर पेयजल समस्या को नजरअंदाज करने के आरोप लगाया। यहां सरपंच राम सिंह से इस्तीफे की पेशकश की गई, लेकिन सरपंच ने मना कर दिया, जिससे गहमागहमी का माहौल निर्मित हो गया। ग्रामीणों ने पंचायत के कक्ष से बाहर निकलकर सरपंच को कमरे के अंदर बंद कर दिया और ताला जड़ दिया। ग्रामीणों ने सरंपच को पानी के लिए बंधक बना लिया।

पीएचई अधिकारियों ने खुलवाया ताला
आक्रोशित ग्रामीणों ने करीब डेढ़ घंटे तक सरंपच को बंधक बनाए रखा। इस दौरान सरपंच ने कई बार आश्वासन दिए कि जलसंकट का स्थाई समाधान निकाला जाएगा, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। सरपंच को बंधक बनाने की खबर जिला मुख्यालय तक पहुंच गई। यहां जनपद, पीएचई विभाग को जानकारी दी गई। मंडला से पीएचई एई अमित शाह मौके पर पहुंचे। यहां ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि पंचायत से पेयजल सप्लाई नियमित कराई जाएगी। इसके लिए पंचायत को नोटिस भी जारी किये जाएगे। तब जाकर ग्रामीण माने और पंचायत भवन का ताला खोलकर सरंपच को बाहर निकाला है। इसके बाद सरपंच ने भी राहत की सांस ली है।

इनका कहना है
ग्राम ग्वारा में ग्रामीणों ने पेयजल समस्या के लिए सरपंच को पंचायत भवन में बंधक बना लिया था, आश्वासन के बाद छोड़ दिया।
आशीष अग्रवाल, जनपद सीईओ मंडला

पेयजल समस्या के कारण ग्रामीण आक्रोशित हो गये थे, पंचायत नियमित पेयजल सप्लाई नहीं कर पा रही थी। पंचायत को नोटिस जारी करने के लिए निर्देशित किया है।  
मनोज भास्कर ईई, पीएचई मंडला

 

Created On :   27 March 2019 12:43 PM GMT

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