- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- स्वर्णिम विजय मशाल के स्वागत में...
स्वर्णिम विजय मशाल के स्वागत में हुई मैराथन
डिजिटल डेस्क जबलपुर। वीरों के बलिदान की दास्ताँ आज हर युवा के मन में देश भक्ति का जज्बा भर देती है। स्वर्णिम विजय मशाल भी हर दिल में देश प्रेम जगा रही है। रविवार को इसके स्वागत में जहाँ सैनिक मैराथन में शामिल हुए तो वहीं बच्चों ने प्रश्नमंच और देशभक्ति गायन जैसी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
तय किया 50 किलोमीटर का फासला-
स्वर्णिम विजय मशाल के सम्मान में सैनिकों ने जोश के साथ मैराथन में हिस्सा लिया। 50 किलोमीटर की इस मैराथन में सेना के करीब 100 जवान शामिल हुए। जीओसी मध्यभारत एरिया ले. जनरल एस मोहन, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल ने रैली को झंडी िदखाकर रवाना किया। इस मौके पर 1 एसटीसी के कमांडेंट ब्रिगेडियर राहुल मलिक मौजूद थे। रैली में वन सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर, जीआरसी और जैकआआरसी के जवान और गैर सैनिक धावक भी शामिल हुए। जबलपुर शहर में सैनिकों ने मैराथन के जरिए लोगों तक देशभक्ति का संदेश पहुँचाया।
बने प्रश्नमंच का हिस्सा
सन् 1971 के युद्ध की 50 वीं वर्ष को भारतीय सेना स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रही है, इसी कड़ी में आर्मी पब्लिक स्कूल नंबर 1 में स्वर्णिम विजय मशाल के स्वागत में विविध आयोजन हुए। विद्यालय के चेयरमैन जीआरसी कमांडेंट ब्रिगेडियर राजीव चावला, विशिष्ट सेवा मेडल के साथ ही प्राचार्य मनीष कुमार स्वामी ने एनसीसी कैडेट्स के हाथों से विजय मशाल ग्रहण की। इस मौके पर कर्नल शफीक खान एवं मेजर जगन्नाथ पौडियाल उपस्थित थे। इस दौरान समूह देशभक्ति गीत प्रतियोगिता भी हुई, जिसमें प्रथम होशियार सदन, द्वितीय स्थान राकेश सदन ,तृतीय जून व चौथा स्थान बलवान सदन को मिला। प्रश्नमंच में जून सदन को प्रथम, द्वितीय होशियार, तृतीय बलवान और चतुर्थ स्थान राकेश सदन को मिला। वहीं सन् 1971 की युद्ध गाथा बयाँ करते चित्रों को भी सभी ने खूब सराहा। बेस्ट एनसीसी कैडेट पुरस्कार अनिरुद्ध मदाने और अंशुमन यादव को प्राप्त हुआ। छात्रा मान्या मिनोचा और संध्या एस ने ओजस्वी भाषण दिए। शिक्षिका श्रीमती सपना सिंह ने स्वर्णिम विजय वर्ष का महत्व बताया। संचालन अरुणकांत पांडे एवं श्रीमती संगीत पिल्लेई ने किया।
Created On :   10 Oct 2021 6:41 PM IST