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मास्टर प्लान: हैदराबाद की रिपोर्ट के आधार पर तैयार होगा 54 गांवों का रोडमेप
-सर्वे कर रही हैदराबाद की कंपनी ने भेजा डाटा, मास्टर प्लान में जुड़े नए निवेश क्षेत्रों को अमृत योजना के हिसाब से तैयार किया जाएगा
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। सालों से अटके पड़े नए मास्टर प्लान को लेकर नई उम्मीद जागी है। सर्वे कर रही हैदराबाद की कंपनी ने शहर का मास्टर प्लान तैयार कर रहे नगर तथा ग्राम निवेश विभाग को शहर का डाटा भेज दिया है। अच्छी बात ये हैं कि केंद्र सरकार की अमृत योजना को ध्यान में रखते हुए नए निवेश क्षेत्रों का रोडमेप तैयार किया जा रहा है। नए प्लान के मुताबिक इन नए क्षेत्रों में भी वे तमाम सुविधाएं होगी जो फिलहाल नगरीय क्षेत्र में मौजूद है। मास्टर प्लान तैयार कर रहे अधिकारियों का तो ये भी दावा है कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक जिले का मास्टर प्लान लागू हो सकता है। हैदराबाद से डाटा आने के बाद अधिकारियों ने मास्टर प्लान से जुड़ी किताब तैयार करनी शुरु कर दी है। नए निवेश क्षेत्र को जोडऩे के बाद जियोग्राफिकल इंफर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) बेस्ड मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। जिसके तैयार होने के बाद एक क्लिक पर शहर से जुड़ी तमाम जानकारी आम आदमी के हाथ में होगी।
अब तक क्या हुआ...
1 : 2011 में शहर का मास्टर प्लान समाप्त हो चुका है। निगम गठन के पहले 2031 तक के मास्टर प्लान में 14 निवेश क्षेत्र थे। निगम गठन के बाद अधिकारियों ने 27 गांवों को भी नए प्लान में शामिल कर लिया था।
2: 29 अक्टुबर 2019 को तात्कालिक कांग्रेस सरकार ने रिंग रोड से जुड़े 27 गांवों को भी नए मास्टर प्लान में शामिल करने की अनुमति दे दी थी। साथ ही 2031 की बजाय 2035 तक का प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। पहले के 27 और नए 27 गांवों को मिलाकर 54 नए निवेश क्षेत्र प्लान में शामिल किए गए।
3: मार्च 2020 में कांग्रेस सरकार गिरने से जिले का मास्टर प्लान तेजी से नहीं बना। बाद में ये बात भी सामने आई कि सिवनी और बालाघाट का प्लान पहले तैयार किया जा रहा है। वहीं कोरोना की वजह से भी मास्टर प्लान की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई।
27 नए क्षेत्र की नई प्लॉनिंग में क्या...
पानी: अमृत योजना की तर्ज पर काम होगा। यहां भी नगर निगम क्षेत्र की तरह नई पाइप लाइन विस्तार किया जाएगा।
सड़क: रिंग रोड के आसपास बसे गांवों में भी चमचमाती सड़कें होगी। फिलहाल ये ग्रामीण क्षेत्र है जो विकास से दूर है।
सीवरेज: अभी पुराने निवेश क्षेत्र में सीवरेज का काम चल रहा है। नए 27 क्षेत्रों को जोडऩे के बाद यहां भी सीवरेज लाइन बिछेगी।
सुविधाए: नए पार्क, पाथवेय, साइकिल टे्रक जैसी सुविधाएं को ध्यान में रखा जा रहा है। वहीं स्ट्रीट लाइट की भी सुविधा होगी।
अभी ये हो रहा नुकसान...
नए प्रोजेक्ट अटके: नया मास्टर प्लान नहीं आने से शहर का चौतरफा विकास नहीं हो पा रहा है। ट्रांसपोर्ट नगर जैसे नए प्रोजेक्ट अटके हुए है।
ग्रीन लेंड का पेंच: शहर का बड़ा हिस्सा ग्रीन लेंड में है। मास्टर प्लान लागू होने के बाद ये यलो लेंड में आ जाएंगे। जिससे नए हाऊसिंग प्रोजेक्ट भी आएंगे।
फिर ये होगा फायदा...
दायरा बढ़ेगा: नया मास्टर प्लान लागू होने के बाद शहर का दायरा बढ़ेगा। रिंग रोड के आसपास का बड़ा हिस्सा भी शहर से जुड़ सकेगा।
नए प्रोजेक्ट आएंगे: शहरी क्षेत्र का दायरा बढऩे के बाद नए हाऊसिंग, इंडस्ट्रियलिस्ट प्रोजेक्ट आएंगे। रोजगार बढ़ेगा, बड़े महानगरों की तर्ज पर विकास होगा।
ये 27 नए गांव जुड़े
रिंग रोड के 27 गांवों को नए निवेश क्षेत्र में जोड़ा गया है। इन गांवों में मानेगांव, डुंगरिया, झंडा, खापामिटठेखां, झिरलिंगा, चारगांव, लकड़ाई जम्होरी, सारना, अजनिया, सुरगी, कबाडिय़ा, सोनाखार, पखडिय़ा, अतरवाड़ा, माल्हनवाड़ा, कुकड़ाचिमन, अर्जुनवाड़ी, मैनारी, जैतपुरखुर्द, लिंगा, गाडरवाड़ा, सालोमेटा, खुनाझिरकला, खैरवाड़ा, थुनिया उदना, गुरैया, कुंडालीकलां, मोआदेई, मानेगांव शामिल है।
इनका कहना है...
- हैदराबाद की जिस कंपनी को वेबजीआईएस सर्वे का जिम्मा दिया गया था। उसने ने डाटा प्रस्तुत कर दिया है। अब नए निवेश क्षेत्र में अमृत योजना को ध्यान में रखते हुए नया मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
विनोद परस्ते
उपसंचालक, टाउन एंड कंट्री डिपार्टमेंट
Created On :   2 Aug 2021 10:26 PM IST