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जून में होगी एमबीबीएस की परीक्षा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। वैद्यकीय शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने कहा कि एमबीबीएस की परीक्षा जून के पहले सप्ताह में होगी। विभागीय वैद्यकीय मंडल को पद भर्ती के आदेश दिए गए हैं। मेयो-मेडिकल की समीक्षा करने के बाद वे बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण एमबीबीएस के पहले, दूसरे व तीसरे वर्ष की परीक्षा को आगे बढ़ा दिया गया है। अब जून महीने के पहले सप्ताह में परीक्षा होगी। एमडी की परीक्षा ली गई है।
दूसरी लहर तेज है
देशमुख ने कहा कि राज्य में कोरोना की दूसरी लहर काफी तेज है। मरीज चार गुना ज्यादा हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव स्वाभाविक है, लेकिन 36 जिले में से 15 जिले में मरीजों की संख्या कम हो रही है। स्थिति सुधर रही है। यह संकेत राहत देने वाले हैं। सख्त पाबंदियों के सकारात्मक संकेत हैं। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए मनुष्यबल के साथ डॉक्टरों की बड़ी संख्या में जरूरत है। उसे पूरा करने के लिए विभागीय वैद्यकीय मंडल अंतर्गत सभी पदों की पद भर्ती तत्काल की जाए। निवासी, डॉक्टर, नर्सेस सहित अन्य कर्मचारी वर्ग की भर्ती के लिए राज्य के सभी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के अधिष्ठाता के पद भर्ती के निर्देश दिए गए हैं।
वैक्सीन बनाने की दी है अनुमति
मार्ड संगठन द्वारा की गई मांग के अनुसार काेविड वार्ड में सेवा देने वालों को हॉस्टल, होटलों में क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था की जाएगी। रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण सरकार के आदेशानुसार नियमों का पालन करते हुए किया जाना चाहिए। अमित देशमुख ने बताया कि केंद्र ने हॉफकिन संस्था को वैक्सीन बनाने की अनुमति दी है, लेकिन अभी इस प्रक्रिया में समय लगेगा। उन्होंने सरकारी अस्पताल व कॉलेजों को ऑक्सीजन निर्माण के लिए अधिष्ठाता के माध्यम से प्रस्ताव देने को कहा है। राज्य से आने वाले प्रस्ताव पर विशेषज्ञों से चर्चा कर उचित निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने मेडिकल के वैक्सीनेशन केंद्र का निरीक्षण किया। बैठक में विधायक विकास ठाकरे, विधायक अभिजीत वंजारी, अधिष्ठाता डॉ. सुधीर गुप्ता, डॉ. राजेश गोसावी, डॉ. राज गजभिये, डॉ. प्रशांत पाटील, डॉ. वासुदेव भारसाकले, डॉ. वी. एम. मोटघरे उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक में मेडिकल के प्रभारी अधिष्ठाता सुधीर गुप्ता ने बताया कि मेडिकल में 900 बेड की व्यवस्था है, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्षमता से अधिक मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इस समय उपस्थित डॉक्टरों से चर्चा करने पर बताया गया कि कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या काफी बढ़ चुकी है। पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में 30 से 40 साल की उम्र वालों की मृत्यु प्रमाण अधिक है।
Created On :   27 April 2021 4:10 PM IST