15 मार्च तक शुरू हो सकती है मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री, बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार

Mechanized laundry can start by March 15, unemployed will get employment
15 मार्च तक शुरू हो सकती है मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री, बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार
15 मार्च तक शुरू हो सकती है मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री, बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  ट्रेन में यात्रियों का सफर के दौरान चादर और अन्य सामाग्री दी जाती है। इस विषय पर कई बार यात्रियों की शिकायत भी आती है, कि उन्हें दिए जाने वाले बेडरोल साफ नहीं है या अन्य समस्या है। अब यात्रियों को अब साफ-सुथरी चादर और अन्य सामग्री मिलेगी, नागपुर में मध्य रेलवे नागपुर मंडल की मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री 15 मार्च तक तैयार हो जाएगी। इसमें लगने वाली मशीनें जर्मनी से लाई गई हैं। अधिकारियों के अनुसार वहां से लाई गई मशीनें इंस्टाल भी हो चुकी हैं, अब बस कुछ ही काम शेष है। ऐसे में अब नागपुर में ही बेडरोल, कंबल आदि की धुलाई होने से यात्रियों को साफ-सुथरी चादरें, पिलो कवर, बेडरोल, कंबल  मिलेंगे। वर्तमान में रोजाना 3000 से ज्यादा बेडरोल बाहर से धुलवाए जाते हैं। प्रतिदिन बेडरोल निर्धारित समय पर नहीं पहुंच पाते, इस कारण कभी-कभी गंदे बेडरोल ही यात्रियों के हिस्से में आ जाते हैं।  

2011-12 के रेल बजट में हुई थी घोषणा
वर्ष 2011-12 में हुए रेल बजट में देश भर में मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री बनाने की घोषणा की गई थी। इसमें नागपुर का भी नाम शामिल था। इन लॉन्ड्री में रेलवे में उपयोग होने वाले कपड़ों की धुलाई के लिए लाया गया था। इससे रेलवे को निजी लॉन्ड्री में अतिरिक्त रुपए देने की आवश्यकता नहीं होगी। लॉन्ड्री से यात्रियों को साफ-सुथरे बेडरोल मिलेंगे ही साथ ही विदर्भ के बेरोजगार युवकों को रोजगार भी मिलेगा। उपराजधानी के लिए इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 15 करोड़ रुपए का रेलवे ने इसके लिए प्रावधान रखा था। टेंडर प्रक्रिया हुई, लेकिन बहुत ज्यादा लागत होने से कोई भी सामने नहीं आ रहा था, ऐसे में इसे पार्टनरशिप में चलाने को कहा गया।

यह होगा फायदा
वर्तमान में नागपुर मंडल के कुल 6 गाड़ियों के बेडरोल रोज निजी लॉन्ड्री के माध्यम से धोए जाते हैं। कुल 3250 बेडरोल की धुलाई प्रति बेडरोल 12 रुपए कुछ पैसे के हिसाब से होती है। इसमें रोजाना रेलवे को 40 हजार रुपए का खर्च आता है। खुद की लॉन्ड्री शुरू होने से जहां रेल को अलग से खर्च देने नहीं पड़ेंगे, वहीं यात्रियों की शिकायतें दूर होंगी। फिलहाल जर्मनी से आई मशीनें पूरी तरह लग चुकी हैं। इसमंे हाई प्रेशर पाइप लगाने का कार्य किया जा रहा है। लगभग डेढ़ महीने में इससे रेलवे की सामाग्री साफ करने का कार्य भी शुरू हो जाएगा।

डेढ़ महीने में हो जाएगा शुरू
मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री के लिए जर्मनी से आई मशीनें इंस्टाल हो चुकी हैं। केवल हाई प्रेशर पाइप लगाने का कार्य शेष है। जिसके बाद 1 से डेढ़ महीने में सफाई कार्य शुरू हो जाएगा।
-   एस.जी. राव, सहायक वाणिज्य प्रबंधक, मध्य रेलवे नागपुर
 

 

Created On :   28 Jan 2020 1:56 PM IST

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