मेडिकल को चाहिए 166 सुरक्षा रक्षक और 60 सीसीटीवी कैमरे

Medical needs 166 security guards and 60 CCTV cameras
मेडिकल को चाहिए 166 सुरक्षा रक्षक और 60 सीसीटीवी कैमरे
नागपुर मेडिकल को चाहिए 166 सुरक्षा रक्षक और 60 सीसीटीवी कैमरे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) की लाइब्रेरी परिसर में सोमवार को बीपीएमटी की एक छात्रा पर उसके प्रेमी ने पिस्तौल तान दी थी। पिस्तौल से गोली नहीं चलने से बड़ी घटना होते-होते रह गई। इस घटना की दखल मेडिकल प्रशासन ने ले ली है। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिसर में 166 सुरक्षा रक्षक और 60 सीसीटीवी कैमरे लगाने की गुहार स्वास्थ शिक्षा विभाग से लगाई है। 

68 सुरक्षा जवान, 73 सीसीटीवी कैमरे

मेडिकल में वर्तमान में महाराष्ट्र सुरक्षा दल के 68 जवान सुरक्षा की कमान संभाल रहे हैं। वहीं 73 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कुछ समय पहले यवतमाल के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में एक निवासी डॉक्टर की हत्या हुई थी। इसके बाद नागपुर के मेडिकल में निवासी डॉक्टरों ने हड़ताल की थी। मृत डॉक्टर को न्याय दिलाने के साथ ही मेडिकल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की थी। इसके बाद स्वास्थ्य शिक्षा विभाग ने अधिष्ठाता को सुरक्षा रक्षक सहित सीसीटीवी कैमरे बढ़ाने का प्रस्ताव मांगा था। तब जाकर मार्ड ने हड़ताल खत्म की थी। मेडिकल प्रशासन ने तुरंत 166 सुरक्षा रक्षक बढ़ाने व परिसर में 60 नए सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव भेजा था। इस बात को कुछ ही दिन बीते थे कि सोमवार को बीपीएमटी की छात्रा को पिस्तौल दिखाने की घटना हुई। 

विद्यार्थियों ने की छात्रावास की मांग

साेमवार को मेडिकल परिसर में हुई घटना को लेकर बीएससी पीएमटी के विद्यार्थियों ने अधिष्ठाता को निवेदन देकर सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। इसमें कहा गया है कि मेडिकल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ाकर आरोपी पहुंचा। उसने छात्रा को पिस्तौल की नोंक पर निशाने पर रखा। इससे पता चलता है कि परिसर में विद्यार्थी सुरक्षित नहीं है। सुरक्षा कर्मी बिना जांच-पड़ताल के किसी को भी परिसर में प्रवेश दे रहे हैं। अगर परिसर में अनहोनी घटना होती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा, यह सवाल उठाया गया। निवेदन में बताया गया है कि यहां बीएससी पीएमटी के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास नहीं है। पिछले 10 साल में उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसलिए उन्हें परिसर के बाहर रहना पड़ता है। उनके लिए छात्रावास बनाने की कई बार मांग की जा चुकी है। लेेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। सोमवार को हुई घटना को गंभीरता से लेते हुए विद्यार्थियों के लिए छात्रावास उपलब्ध कराने की मांग की गई है। इस अवसर पर पैरामेडिकल स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन एंड एल्युमिनी एसोसिएशन के राज्य के अध्यक्ष अक्षय गायधने, संगठन के स्थानीय अध्यक्ष राजेश उके सहित अन्य विद्यार्थी उपस्थित थे।
 

Created On :   24 Nov 2021 5:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story