मेडिकल दुकादारों को सेल्फ टेस्टिंग किट बिक्री की एफडीए को देनी होगी जानकारी

Medical shopkeepers will have to inform the FDA about the sale of self-testing kits
मेडिकल दुकादारों को सेल्फ टेस्टिंग किट बिक्री की एफडीए को देनी होगी जानकारी
टोपे ने कहा मेडिकल दुकादारों को सेल्फ टेस्टिंग किट बिक्री की एफडीए को देनी होगी जानकारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में कोरोना की सेल्फ टेस्टिंग किट बेचने वाले मेडिकल दुकानदारों को अब किट बिक्री का डेटा रिकार्ड अनिवार्य रूप से रखना पड़ेगा। दुकानदारों को सेल्फ टेस्टिंग किट बिक्री की जानकारी औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को देनी होगी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के निगरानी कक्ष के जरिए सेल्फ टेस्टिंग किट खरीदने वाले नागरिकों को फोन करके टेस्ट की रिपोर्ट से बारे में पूछताछ की जाएगी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना की स्थिति को लेकर ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए। बल्कि राज्य सरकार की ओर से विभिन्न मांगों के बारे में केंद्र सरकार के पास लिखित ज्ञापन सौंपा भेजा गया था। बैठक में हिस्सा लेने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि राज्य में एंटीजन टेस्ट किट और घर पर टेस्ट किट लाकर की गई जांच में संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसलिए यह बात केंद्र सरकार के संज्ञान में लाई गई है। टोपे ने बताया कि प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से कोवैक्सीन की 40 लाख और कोविशिल्ड वैक्सीन 50 लाख खुराक उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका लगवाने का विरोध करने वालों को भी खुराक देने के संबंध में कुछ नियम बनाने की मांग केंद्र सरकार से की गई है। टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना के 4 हजार नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई थी। इसमें लगभग 1300 नमूने ओमिक्रॉन वैरिएंट के पाए गए हैं। जबकि 2700 नमूने डेल्टा वैरिएंट के मिले हैं। इससे साफ है कि राज्य में अभी भी डेल्टा वैरिएंट सक्रिय है। टोपे ने बताया कि केंद्र सरकार के मरीजों के इलाज के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने की मांग की गई है। 

 

Created On :   13 Jan 2022 10:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story