शोर-शराब और हंगामे की भेंट चढ़ी ननि की बैठक, सात माह बाद हुआ था आयोजन

meeting of muncipal corporation stops due to noise, held after 7 months
शोर-शराब और हंगामे की भेंट चढ़ी ननि की बैठक, सात माह बाद हुआ था आयोजन
शोर-शराब और हंगामे की भेंट चढ़ी ननि की बैठक, सात माह बाद हुआ था आयोजन

डिजिटल डेस्क  कटनी । आठ माह बाद आयोजित नगर निगम की बैठक हंगामे की भेंट चढ गई। कांग्रेस पार्षदों के आसंदी के सामने पहुंचने पर करीब 15 मिनट तक सदन को स्थगित कर दिया गया था। विरोध के चलते बजट पर अब 28  अप्रैल को होने वाली बैठक में चर्चा होगी। पूर्व नगर आयुक्त के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पास किया गया। महापौर ने दावा किया है करीब सवा छह लाख रुपए का फायदे का बजट है। 

बजट प्रतिवेदन पर एक नजर 
जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट में 6561.71 लाख रुपए के राजस्व की आय का लक्ष्य रखा गया है। साथ में 6545.19 लाख रुपए का व्यय रहेगा। वहीं, पूंजीगत आय 71096.89 लाख रुपए एवं व्यय 71090.74 लाख रुपए का है। बजट में यह खामी मिली है कि पूर्व के वर्षो की अपेक्षा विकास कार्यो में कमी आई है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में सड़कों के बजट में कटौती कर दी गई है। जबकि सड़क नागरिकों की मूलभूत आवश्यकता है। बजट में आमदनी बढ़ाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किया गया है। 
अब 28 को बजट पर होगी चर्चा सदन में सत्ता पक्ष ने प्रस्तावित बजट  को जब पटल पर रखा तो कांग्रेस ने विरोध शुरु कर दिया। कांग्रेस पार्षदों का कहना था कि बगैर चर्चा के बजट को पास नहीं करने दिया जाएगा। बजट पर चर्चा जरूर हुई लेकिन समय की कमी के कारण आगे बढ़ा दिया गया। 

स्वच्छता का भी गर्माया रहा मुद्दा 
बैठक के दौरान स्वच्छता अभियान के तहत शहर में बनाए जा रहे 24 सार्वजनिक शौचालय निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं की बात कही गई। इसके बाद भी सभी नियमों को दरकिनार कर ठेकेदार केा लाभ पहुंचाने सभी ठेके एक ही को दिए गए जिससे कार्य की गुणवत्ता क्या होगी। विपक्षी पार्षद दल के इन सवालों पर अधिकारी, महापौर घिरे नजर आए। विपक्षी दल ने कहा कि विधि विरूद्ध कार्य करते हुए बिना साइट प्लान के टेंडर भी पास हो गया। परिषद की स्वीकृति के बिना ठेकेदार को हर माह 18 हजार के अनुबंध के सवाल पर कार्यपालन यंत्री, नोडल अधिकारी और सहायक यंत्री जानकारी नहीं दे पाए जिस पर विपक्ष ने जमकर नाराजगी जाहिर की। कांग्रेस पार्षद दल ने कार्यों में अनियमितताओं पर न्यायालय के माध्यम से संबंधित ठेकेदारों और अधिकारियों पर एफआईआर कराने की भी मंशा बताई। 

निंदा प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित 
परिषद की बैठक के दौरान पूर्व नगर निगम कमिश्नर एसके जैन की कार्यप्रणाली और विकास कार्यों में आई रूकावट को लेकर कांग्रेस पार्षद दल के मिथलेश जैन, मासूफ अहमद बिट्टू उपनेता प्रतिपक्ष राजेश जाटव, मनोज गुप्ता ने सदन से उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की मांग की। इस मांग पर नगर निगम अध्यक्ष ने महापौर एवं एमआईसी दस्यों की ओर प्रश्नवाचक निगाहें डालीं। इस पर सर्वसम्मतिसे निंदा प्रस्ताव लाने की मांग उठी। शोर-शराबे के बीच सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव की घोषणा हुई। 

सुधार कार्य न होने से भड़के कांग्रेस पार्षद 
परिषद बैठक के दौरान कांग्रेस पार्षद दल के मिथिलेश जैन, मौसूफ अहमद बिट्टू, राहुल पटेरिया ने सीवर लाइन और अमृतम जलम योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़कों और नालियों को तोडऩे का कार्य किया गया, जिनका सुधार कार्य आज तक नहीं हुआ। इसी तरह पार्षद मनोज गुप्ता द्वारा सदन को बताया गया कि समय सीमा पूरी होने के बाद कार्य अधूरे रहने, और जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई हुई इस बात को लेकर निगम अफसरों को आड़े हाथों लिया। इस पर नगर निगम अध्यक्ष ने 10 मई तक का समय कार्य के लिए दिया है। 

सदन की आसंदी के सामने बैठे 
कांग्रेस पार्षद दल द्वारा बैठक में वार्डों की नाली, टूटी सड़कों सहित मूलभूत सुविधाओं और विकास कार्यों की फाइलों के बजट में चढऩे के बाद निरस्त होने के लिए नियमों की जानकारी मांगी गई। महापौर द्वारा इस संबंध में दी गई जानकारी से असंतुष्ट  सत्तापक्ष और विपक्ष के उपनेता प्रतिपक्ष पार्षद एड. मौसूफ अहमद बिट्टू एवं अन्य के बीच बातचीत का स्तर ऊंचा होने लगा। विपक्षी पार्षद भेदभाव बंद करने की बात को लेकर सदन की आसंदी के सामने बैठकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान महापौर नगर निगम अध्यक्ष संतोष शुक्ला, महापौर शशांक श्रीवास्तव, कमिश्नर टीएस कुमरे सदन से उठकर बाहर चले गए। काफी देर तक सत्तापक्ष की पार्षदों और विपक्ष के बीच एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी का दौर चला। बीस मिनट तक कार्रवाई बंद रही। बताएं ठेकेदारों पर क्या कार्रवाई हुई। 

इनका कहना है 
सदन की बैठक बहुत ही मर्यादा के साथ हुई। बजट तो स्वीकृत है, केवल संशोधन करना है। 28 को होने वाली  बैठक में प्रतिवेदन पास हो जाएगा। अंडरब्रिज पर भाजपा पार्षद का विरोध करना समझ से परे है। इस पर संगठन निर्णय लेगा।
- शशांक श्रीवास्तव, महापौर

आठ माह बाद बैठक बुलाएं जाने पर पूर्व आयुक्त के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया। कांग्रेस पार्षदों के विरोध के बाद बजट पर अब 28 अप्रैल को  चर्चा होगी।
- मिथिलेश जैन, पार्षद (कांग्रेस)

 

Created On :   17 April 2018 1:56 PM IST

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