राज्य के बाहर पढ़ रहे मेधावी छात्रों को योजनाओं की जानकारी नहीं

Meritorious students do not know the governments scheme
राज्य के बाहर पढ़ रहे मेधावी छात्रों को योजनाओं की जानकारी नहीं
राज्य के बाहर पढ़ रहे मेधावी छात्रों को योजनाओं की जानकारी नहीं

डिजिटल डेस्क, भोपाल। MP के अधिकांश विद्यार्थी अन्य राज्यों के कॉलेजों में दाखिला लेकर पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें कुछ विद्यार्थियों की पढा़ई का एक सेमेस्टर पूरा भी हो चुका है। लेकिन मेधावी होने के बाद भी वे मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे है। दरअसल, MP तकनीकी शिक्षा विभाग को मेधावी विद्यार्थी योजना के संबंध में देश के सभी राज्यों एवं उनमें संचालित यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को ई-मेल एवं पत्र जारी नहीं किया है। जबकि इस तरह की योजना से अन्य राज्यों को अवगत कराने का प्रावधान है ऐसे में कॉलेज द्वारा पूरे किये जाने वाले योजना संबंधी दस्तावेज की प्रक्रिया में देरी हो रही है।

भोपाल में निवासरत अनिल अग्रवाल के पुत्र मिलेक अग्रवाल गुराजत में ICT ब्रांच लेकर बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने वर्ष 2016 में 12वीं उत्तीर्ण किया था और एक साल JEE की तैयारी कर इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला पाया। 12वीं में 87 अंक अर्जित करने वाले अक्षत ने मेधावी विद्यार्थी योजना के लिए आवेदन किया और कॉलेज प्रबंधन से दस्तावेज से जुड़ी फार्मलिटी पूरी करने के लिए आवेदन किया, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने यह कहते हुए दस्तावेजों में हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया कि इस तरह की योजना गुजरात में नहीं चल रही है और MP में अगर ऐसी कोई योजना है तो इस संबंध में अभी तक कोई पत्र जारी नहीं किया है। कॉलेज प्रबंधन के इस तर्क के बाद अब MP का मेधावी अक्षत अग्रवाल नि:शुल्क पढ़ाई का लाभ नहीं ले पा रहा है।

पूरी तरह नहीं समझ पाए हैं विभाग के कर्मचारी
अभी पूरी तरह से योजना को तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी नहीं समझ सके हैं। ऐसे में एक प्रक्रिया पूरी करने के बाद दूसरी प्रक्रिया में देरी हो जाती है। जब कोई विद्यार्थी अपनी समस्या लेकर डायरेक्ट्रेट आता है तब अधिकारियों को समझ में आता है कि योजना को लेकर और भी प्रक्रिया पूरी करनी है।

तकनीकी शिक्षा विभाग के उप संचालक संतोष गांधी ने कहा कि हम सभी राज्यों के कॉलेजों को पत्र भेज रहे हैं। हालांकि कुछ राज्यों में देरी हो गई है। उन्हें भी जल्द ही पत्र भेज दिए जाएंगे। इसी तरह योजना से संबंधी जानकारी के साथ ईमेल भी किया जा रहा है।

Created On :   11 Sept 2017 7:08 PM IST

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