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ओवैसी ने कहा - धर्मनिरपेक्षता से मुसलामानों को मिला धोखा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुस्लिम आरक्षण और वक्फ बोर्ड की जमीनों के संरक्षण की मांग को लेकर औरंगाबाद से निकली एमआईएम की रैली शनिवार की शाम मुंबई पहुंची। कोरोना के नए स्वरुप ओमिक्रॉन के मद्देनजर महानगर में धारा 144 लागू होने और जनसभा के लिए मंजूरी न मिलने के बावजूद शहर केचांदीवली इलाके में एमआईएम के अध्यक्ष सांसद असुद्दीन ओवैसी की रैली हुई। भीड़ भरी जनसभा में ओवैसी ने कहा कि इस देश में धर्मनिपेक्षता से मुसलमानों को सिर्फ नुकसान ही हुआ है। उन्होंने कहा कि मराठा समाज की तुलना मे मुस्लिम समाज बहुत गरीब है। इस लिए मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि विधानसभा में बाबरी मस्जिद गिराने वाले अपने कार्यकर्ताओं पर गर्व करने वाले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ सरकार चलाने शरद पवार इस बात का विरोध क्यों नहीं किया।
एमआईएम अध्यक्ष ने सवाल किया कि क्या शिवसेना धर्मनिरपेक्ष दल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-राकांपा सत्ता के लालच में शिवसेना से मिल गए और मुझे सांप्रदायिक कहते हैं। उन्होंने कहा कि हम आए तो मुंबई में धारा 144 लागू कर दिया। राहुल गांधी भी मुंबई आने वाले हैं क्या उस समय भी धारा 144 लागू करेंगे। ओवैसी ने कहा कि सभी धर्म के लोगों ने प्रगति की है पर मुसलमान लगातार पिछड़ रहा है। जिस दिन भारत का मुसलमान एक राजनीतिक ताकत तैयार कर लेगा, उस दिन तस्वीर बदलेगी। एमआईएम के प्रमुख असदुद्ददीन ओवैसी ने कहा है कि क्या महाराष्ट्र सरकार मुस्लिम आरक्षण को भूल गई है। क्या मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार का दिल सिर्फ मराठाओ के लिए धड़कता है। ओवेसी मुंबई के चांदिवली इलाके में मुस्लिम आरक्षण को लागू करने की मांग को लेकर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समाज के आर्थिक, सामाजिक व शिक्षा में पिछड़े होने को लेकर आंकड़े पेश किए। इसदौरान उन्होंने शिवसेना के राष्ट्रवाद पर भी सवाल उठाए और पूछा कि क्या शिवसेना धर्म निरपेक्ष है?
उन्होंने कहा कि क्या राज्य सरकार तिरंगा विरोधी हो गई है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण से वंचित रख कर कहा जा रहा है कि मुस्लिम पढ़ना नहीं चाहता है। उन्होंने नौकरशाही में मुस्लिम समुदाय के लोगों की कमी को लेकर भी चिंता जाहिर की। औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील ने वक्फ बोर्ड की जमीन को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा कि आखिर वक्फ बोर्ड की 93 हजार एकड़ जमीन कहा गई है। इसे किसने बेचा है और किसने बांटा है। इसके बारे में कोई कुछ नहीं बोल रहा है। लेकिन हमें यह जमीन वापस लौटाई जाए। उन्होंने कहा कि मैंने इस मामले को लेकर धन्नासेठ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई हैऔर आगे भी इसके लिए अभियान चलाएंगे।
औरंगाबाद से 12 घंटे में मुंबई पहुंचे जलील ने कहा कि पुलिस ने उन्हें कई जगह रोका लेकिन हकीकत यह है कि सरकार हमसे डरती है, इसलिए पुलिस को आगे करती है। फिर भी मैं तिरंगा लेकर मुंबई पहुंच गया।
नवाब मलिक-आजमी को हराऊंगा
जलील ने मुस्लिम आरक्षण को लागू न करने को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर जब हाईकोर्ट ने मुस्लिम आरक्षण को मंजूरी दे दी है तो राज्य सरकार इसे क्यों नहीं लागू करती है। उन्होंने कहा कि विधानमंडल के शीतकालिन अधिवेशन के दौरान इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन करेंगे। सांसद जलील ने कहा कि यदि मैं औरंगाबाद से चुन कर आ सकता हूं तो मुंबई से हमारे चार विधायक क्यो नहीं चुनकर आ सकते। जलील ने कहा कि अब तो शिवसेना भी मुस्लिमों की बात करती है। उन्होंने कहा कि इस बार मैं मुंबई से मंत्री नवाब मलिक, समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी को हराऊंगा।
मुंबई में धारा 144 लागू
मुंबई, कोरोना के स्वरुप ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए राजधानी मुंबई में धारा 144 लागू कर दिया गया है। इसके तहत शनिवार व रविवार को किसी भी प्रकार की रैली, मोर्चा, प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है। मुंबई पुलिस के अनुसार, कोविड-19 के नए वेरिएंट के स्वरूप से मानव जीवन को होने वाले खतरे के साथ ही अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि में कानून एवं व्यवस्था बहाल रखने के लिए इसे जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि उल्लंघनकर्ताओं को भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत सजा दी जाएगी। ने अपील की है कि पुलिस आदेश का उल्लंघन ना करें।
Created On :   12 Dec 2021 1:26 PM IST