जयपुर: कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन प्रभारी मंत्री 3 अक्टूबर से जिलों में मास्क वितरण, समझाइश से करेंगे शुरूआत
डिजिटल डेस्क, जयपुर।, 30 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन की जयपुर के अल्बर्ट हॉल से राज्य-स्तरीय आयोजन के माध्यम से 2 अक्टूबर को शाम 4ः30 बजे शुरूआत करेंगे। इसके बाद प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में 3 अक्टूबर को कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए आमजन के बीच मास्क पहनने, उचित दूरी रखने और भीड़ से बचने के नियमों की पालना की समझाइश करेंगे। श्री गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से संभागीय आयुक्तों, रेंज पुलिस महानिरीक्षकों, जिलों के कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षकों के साथ एक विशेष वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीते 6 माह के दौरान जिला कलेक्टर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने प्रदेशवासियों को संक्रमण से बचाने के लिए अथक प्रयास किए है। लेकिन संक्रमितों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत कोरोना संक्रमण में कमी लाने के लिए जनता के सहयोग से जनता के बीच हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए इस आंदोलन की कल्पना की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान को जन आंदोलन का नाम दिया गया है, ताकि इसमें आम लोगों की अधिक भागीदारी हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी से लेकर गांव-ढ़ाणी तक यह लगना चाहिए कि यह जनता का आंदोलन है। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए राज्य स्तर पर जारी दिशा-निर्देश के बावजूद स्थानीय माहौल के अनुसार आंदोलन के स्वरूप में बदलाव कर सकते है, ताकि अधिक से अधिक संगठन, संस्थाएं और लोग इससे जुड़ें। श्री गहलोत ने कहा कि कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन पूरी तरह से गैर-राजनैतिक अभियान है। सभी राजनैतिक दलों के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक सरोकारों के लिए काम करने वाली संस्थाओं, कार्यकर्ताओं तथा आम लोगों की भागीदारी होने से ही यह अभियान सफल हो सकेगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रदेशवासियों का जीवन एवं आजीविका बचाने का अभियान हैै। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मिलकर इस आंदोलन में भागीदारी करने एवं गति देने के निर्देश दिए। स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल ने बताया कि स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास विभागों से जुड़ी सभी संस्थाएं, निगम और पालिकाएं अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगी। ये संस्थाएं आंदोलन के लिए मास्क तथा स्टीकर आदि तैयार करने, उनके वितरण तथा घरों पर चिपकाने का काम करेंगी। नगरीय क्षेत्रों में सफाईकर्मी तथा अन्य अधिकारी भी अभियान में सक्रिय भूमिका निभायेंगे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी लोगों द्वारा एक माह तक अनिवार्य रूप से मास्क पहनने, दूरी रखने एवं भीड़ से बचने जैसे नियमों को ही अंतिम हथियार बताया है। उन्होंने कहा कि वायरस के फैलाव की चेन को तोड़ने के लिए यह बहुत जरूरी है। ऎसे में हमें हर व्यक्ति को आगामी एक माह तक इस नियम की पालना के अभियान से जोड़े रखना है। मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप ने बताया कि वैश्विक महामारी से जुड़ी गतिविधि होने के चलते प्रदेश के विभिन्न जिलों में पंचायतीराज संस्थाओं तथा नगरपालिका आदि के चुनावों के बावजूद आंदोलन के संचालन पर चुनाव आचार संहिता के प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अखिल अरोरा ने जिला कलेक्टरों को कोरोना संक्रमण के राष्ट्रीय तथा राज्य-स्तरीय परिदृश्य से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जिला और गांव के स्तर तक सभी अधिकारियों, कार्मिकों एवं आमजन के सहयोग से राजस्थान तुलनात्मक रूप से देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। उन्होंने जिला अधिकारियों से कोरोना की जांच, इलाज, दवाओं तथा उपकरणों की उपलब्धता से संबंधित किसी भी जरूरत के लिए तुरंत राज्य स्तर पर संपर्क कर आवश्यकता की पूर्ति सुनिश्चित कराने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इसके लिए सभी बजट सहित सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। स्वायत्त शासन सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने जन आंदोलन के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों, विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं तथा अन्य प्रतिभागियों की भूमिका का विवरण दिया।
Created On :   1 Oct 2020 1:52 PM IST