बच्चों की श्रवण शक्ति जांचेगी मोबाइल यूनिट, गडचिरोली-जलना में पायलट प्रोजेक्ट 

Mobile unit will check the hearing power of children
बच्चों की श्रवण शक्ति जांचेगी मोबाइल यूनिट, गडचिरोली-जलना में पायलट प्रोजेक्ट 
बच्चों की श्रवण शक्ति जांचेगी मोबाइल यूनिट, गडचिरोली-जलना में पायलट प्रोजेक्ट 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में नवजात बच्चों की श्रवण शक्ति की जांच के लिए मोबाइल यूनिट का इस्तेमाल होगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गडचिरोली, जालना और पुणे में मोबाइल यूनिट को शुरू किया जाएगा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे में यह निर्देश दिए हैं। इस परियोजना की परिकल्पना राकांपा सांसद सुप्रिया सुले की है।गुरुवार को मंत्रालय में इस संबंध में यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान के दिव्यांग अधिकार विकास मंच के राज्य संगठक अभिजीत राऊत ने प्रस्तुतिकरण दिया। टोपे ने कहा कि बच्चों में सुनने की शक्ति की समस्याओं की जल्द जांच हुई तो उनके श्रवणदोष को पहचानकर आवश्यभक इलाज किया जा सकता है।

बैठक में नवजात बच्चों के श्रवण जांच ऑटोकॉस्टिक एमिशन पद्धति द्वारा करने के लिए कार्यक्रम चलाने पर विस्तार से चर्चा हुई। बहरापन रोकने के लिए राज्य में 16 जगहों पर राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाया जाता है। इसका दायरा बढ़ाकर पूरे राज्य में चलाने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में श्रवण व भाषा संबंधी दिव्यांग व्यक्तियों की संख्या लगभग 92 हजार है। इसमें से 51 प्रतिशत ग्रामीण और 49 प्रतिशत शहरी इलाकों में हैं। 

 

Created On :   17 Jun 2021 8:37 PM IST

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