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मोखा व उसके बेटे से एक साथ पूछताछ, सामने आए दो और नाम
नकली रेमडेसिविर मामला - हरकरण ने स्वीकार किया एक दोस्त को भी दिए थे इंजेक्शन, एसआईटी ने लिया तीन दिन का पुलिस रिमांड
डिजिटल डेस्क जबलपुर । नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। मामले की जाँच में जुटी एसआईटी की टीम बुधवार को जेल पहुँची वहाँ से मोखा की नकली रेमडेसिविर मामले में विधिवत गिरफ्तारी की गई उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहाँ पूछताछ करने के लिए तीन दिन की रिमांड मंजूर की गई। एसआईटी ने देर रात मोखा और उसके बेटे से एक साथ पूछताछ की। इस दौरान हरकरण ने राज खोला कि उसने अपने एक मित्र को चार नकली इंजेक्शन दिए थे। इनका नाम भी सामने आ गया है। एसआईटी ने उन्हें नोटिस जारी किया है। वहीं हरकरण ने यह भी स्वीकार किया कि उसने पाटन की पहाड़ी पर जाकर मोबाइल के सिम नष्ट किए थे। इन्हें तलाशने पुलिस उसे लेकर पाटन भी पहुँची थी। ज्ञात हो कि नकली रेमडेसिविर मामले में सोमवार को पुलिस ने मोखा के बेटे को जिला कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया था उसके बाद मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने के लिए 3 दिन की रिमांड पर लिया था। रिमांड पर लिए गये हरकरण से एसआईटी ने उसके दोस्त से ली गई आईडी व देवेश से इंजेक्शन लेने आदि के संबंध में पूछताछ की। उसके द्वारा पूरे प्रकरण में जो बयान दर्ज किए गये हैं वह सही हैं या नहीं इसकी पुष्टि करने के िलए पुलिस ने बुधवार को उसके पिता मोखा को रिमांड पर लिया है और दोनों से एक साथ पूछताछ की जा रही है जिससे नकली इंजेक्शन मँगाए जाने और अस्पताल में कितने मरीजों को इसकी डोज दी गई व कितने इंजेक्शन नष्ट किए गये इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
पत्थर से कुचल दी सिम व मोबाइल
सूत्रों के अनुसार पुलिस रिमांड पर लिए गये मोखा के बेटे से उसके मोबाइल के संबंध में पूछताछ की जाने पर उसने बताया कि दिल्ली से लौटते समय उसने पाटन क्षेत्र में पहाड़ी के पास अपने दोनों मोबाइल व सिमों को पत्थर से कुचलकर नष्ट करने व अलग-अलग स्थानों पर फेंकना कबूल किया। उसके कबूलनामे के बाद मंगलवार की रात 1 बजे के करीब जाँच टीम उसे पाटन लेकर पहुँची। वहाँ पर उसके बताए स्थान पर मोबाइल की तलाश की गई लेकिन वहाँ मोबाइल फेंके जाने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।
प्रखर ने दिलवाया था वीआईपी नंबर
जानकारों के अनुसार इंदौर निवासी प्रखर कोहली के संबंध में पूछे जाने पर हरकरण ने कहा कि उसकी प्रखर से दोस्ती थी। उसने उसे व्हीआईपी मोबाइल नंबर का सिम कार्ड दिलवाया था वहीं कोरोना काल में प्रखर के कहने पर उसके किसी रिश्तेदार को अस्पताल में भर्ती भी करवाया था। उसी दौरान इंदौर से इंजेक्शन बुलाना था, तो उसने प्रखर की मदद ली थी।
हरकरण के दो अन्य साथियों को भेजा नोटिस
पूछताछ के दौरान एसआईटी को पता चला है कि हरकरण ने अपने किसी मित्र को 4 नकली रेमडेसिविर दिए थे। इनमें से बाबी और संजू का नाम सामने आया है। इस जानकारी के आधार पर दोनों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। जाँच टीम के अनुसार बाबी द्वारा हरकरण को शौक के सामान व विदेशी वस्तुएँ उपलब्ध कराई जाती थीं वहीं संजू क्रिकेट के सट्टे से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इन दोनों से भी इस मामले में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना जताई जा रही है।
इनका कहना हैै
नकली रेमडेसिविर मामले में साक्ष्य जुटाने के लिए मुख्य आरोपी सिटी अस्पताल संचालक मोखा को 3 दिन की रिमांड पर लिया गया है। एसआईटी मोखा और उसके बेटे से एक साथ पूछताछ कर रही है।
सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी
Created On :   27 May 2021 2:12 PM IST