ग्रामीण स्कूलों में लगे 10 हजार से अधिक पंखे, गर्मी में बच्चें को नहीं होगी दिक्कत

More than 10 thousand fans in rural schools, children will not have problems in summer
ग्रामीण स्कूलों में लगे 10 हजार से अधिक पंखे, गर्मी में बच्चें को नहीं होगी दिक्कत
ग्रामीण स्कूलों में लगे 10 हजार से अधिक पंखे, गर्मी में बच्चें को नहीं होगी दिक्कत

 जिले के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में चल रहा विशेष अभियान 
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को अब गर्मी से परेशान नहीं होना पड़ेगा। सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में बिजली के कनेक्शन कराए जा रहे हैं और पंखे लगाए जा रहे हैं। अभी तक जिले के विभिन्न स्कूलों में 10932 पंखे लगाए जा चुके हैं। वहीं विद्युत विहीन 409 स्कूलों में बिजली के कनेक्शन भी करा दिए गए हैं। 
कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह की पहल पर सितंबर माह से यह विशेष अभियान शुरू किया गया है। कलेक्टर ने डीपीसी को विद्युत विहीन स्कूलों को चिन्हित करने के निर्देश दिए थे। साथ ही जिन स्कूलों में पंखे नहीं लगे थे, वहां एक माह के भीतर पंखे लगवाने के लिए कहा था। इसके बाद तेजी से अभियान शुरू किया गया और अभी तक चिन्हित स्कूलों में 10 हजार 932 पंखे लगा दिए गए हैं। जिले के प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल, हेड मास्टर कक्ष एवं अन्य उपयोगी कक्षों में पंखे लगाए गए हैं। जिलेभर में चिन्हित किए गए 6757 कक्ष में 13608 पंखे लगाए जाने हैं। अब 2676 पंखे लगने शेष हैं। डीपीसी डॉ. मदन त्रिपाठी ने बताया, 15 नवंबर तक इसे भी पूरा कर दिया जाएगा।
विद्युत विहीन 409 स्कूलों में पहुंची बिजली
पंखा लगवाना तो दूर जिले के 700 से अधिक स्कूल विद्युत विहीन थे। इसकी जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए। हर बैठक में वे इसकी समीक्षा भी करते हैं। इसी का नतीजा है कि अब तक 409 विद्यालयों में बिजली के कनेक्शन हो गए हैं। अभी तक बिजली कनेक्शन का खर्च स्कूल स्वयं उठा रहे थे। अब जो विद्यालय शेष रह गए हैं, वहां डीएमएफ या सीएसआर फंड के बिजली के कनेक्शन कराए जाएंगे। वहीं 5000 मीटर से अधिक दूरी वाले जिले के 181 स्कूलों में पंचायत के माध्यम से बिजली कनेक्शन कराए जाएंगे। इस संबंध में कलेक्टर ने निर्देश दे दिए हैं।
1833 स्कूलों में हुई आंतरिक फिटिंग
जिले में कुल 2028 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय हैं। इनमें से 1270 स्कूलों में पहले से बिजली के कनेक्शन थे। बाकी में बिजली ही नहीं थी। जबकि कुछ स्कूलों में बिजली कनेक्शन तो था, लेकिन आंतरिक फिटिंग नहीं थी। अभी तक 409 स्कूलों में जहां बिजली कनेक्शन सुचारू हो गया है, वहीं 1833 स्कूलों में आंतरिक फिटिंग भी करा दी गई है। आंतरिक फिटिंग के लिए अब 120 स्कूल शेष रह गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि 30 अक्टूबर तक लगभग सभी स्कूलों में आंतरिक फिटिंग करा ली जाएगी। इसके बाद जहां पंखे शेष रह गए हैं, वहां पंखे लगाए जाएंगे। 
इनका कहना है
जिल के विद्युतविहीन स्कूलों में बिजली कनेक्शन कराए जा रहे हैं। स्कूलों में फिटिंग कराते हुए पंखे भी लगवाए जा रहे हैं। आने वाले एक माह में कोई भी स्कूल विद्युतविहीन नहीं रहेगा। वहीं सभी स्कूलों में पंखे भी लगवा दिए जाएंगे।
डॉ. सतेंद्र सिंह, कलेक्टर
 

Created On :   19 Oct 2020 10:30 AM GMT

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