हाइवे बायपास में फिर हादसा ट्रक की ठोकर से मां-बेटे की मौत

Mother-son death due to accident truck stumbling again in highway bypass
हाइवे बायपास में फिर हादसा ट्रक की ठोकर से मां-बेटे की मौत
शहडोल हाइवे बायपास में फिर हादसा ट्रक की ठोकर से मां-बेटे की मौत

डिजिटल डेस्क,शहडोल। शुरु होने के पहले ही नेशनल हाइवे क्रमांक 43 का बाईपास खूनी हो चला है। लगातार हो रहे सडक़ हादसों में असमय ही लोगों की जान जा रही है। गुरुवार को हुए हादसे में एक डॉक्टर की मृत्यु के बाद रविवार को भी सडक़ दुर्घटना में एक मासूम बालक सहित उसकी मां की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। बाईपास में तीन दिनों के भीतर यह दूसरा हादसा है, जिसमें तीन लोग अपनी जान गवां चुके हैं।

थाना के सामने हादसा

रविवार को सोहागपुर थाना से कुछ ही दूरी पर हादसा हुआ। प्रेमलाल बैगा बाइक से अपनी भाभी फुलमतिया बाई (29) और भतीजा अभय कुमार बैगा (14 माह) को लेकर ग्राम बकेली से कोटमा जा रहा था। दोपहर करीब 12.30 बजे सोहागपुर थाना से थोड़ा आगे तेज रफ्तार ट्रक ने सामने से ठोकर मार दिया। हादसे में मासूम अभय तथा उसकी मां फुलमतिया की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बाइक चला रहा प्रेमलाल गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर हादसे के बाद चालक व परिचालक ट्रक छोडक़र भाग निकले। जिसे पुसिल ने जब्त कर लिया है।

तकनीकी खामियों की भरमार

नेशनल हाईवे के बाईपास में दो दिन पहले ही सडक़ हादसे में डॉ. अंकित तिवारी की मौत हुई थी। कुछ महीने पहले ही दो ट्रकों की आमने सामने हुई भिड़ंत में दोनों चालकों की मौत हुई थी। इसके अलावा कई लोग घायल हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि हाइवे का अधूरा निर्माण और तकनीकी खामियां हादसे का कारण बन रही हैं। मार्ग में कहीं भी किसी प्रकार का संकेतक तक नहीं लगाया गया है जबकि कोटमा, कुदरी और मेडिकल कॉलेज के रास्तों में हाइवे से क्रासिंग पड़ती है। मेडिकल कॉलेज जाने वाला मुख्य मार्ग भी खतरे से खाली नहीं है। मेडिकल कॉलेज आने-जाने के लिए दिन-रात तांता लगा रहता है। डॉक्टर, स्टाफ नर्स, मेडिकल कॉलेज का पूरा स्टाफ इसी मार्ग से जाता है। बड़ी घटना होने के बाद भी प्रशासन सचेत नहीं हो रहा है।

Created On :   19 Sept 2022 2:26 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story