जीवन में जो कुछ अलग करते हैं वो ही होते सफल - डॉ. सुमंत टेकाड़े

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जीवन में जो कुछ अलग करते हैं वो ही होते सफल - डॉ. सुमंत टेकाड़े
जीवन में जो कुछ अलग करते हैं वो ही होते सफल - डॉ. सुमंत टेकाड़े

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भले ही सभी सफल होना चाहते हैं, लेकिन सच यह है कि सभी सफल नहीं हो पाते हैं। सफल सिर्फ वहीं होते हैं जो, जो कुछ करते हैं वह सर्वाेत्तम करते हैं। ये विचार मोटिवेशनल स्पीकर व ट्रेनर डॉ. सुमंत टेकाड़े ने वयक्त किए। डॉ. टेकाड़े कविवर्य सुरेश भट सभागृह, रेशमबाग में  सखे सोबती फाउंडेशन, नागपुर की ओर से ‘वैज्ञानिक पद्धति से पढ़ाई कैसे करें’ विषय पर आयोजित मार्गदर्शन कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम में अन्य वक्ता में प्रा. पाणिनी तेलंग शामिल थे। कार्यक्रम की संकल्पना शशिकांत मानापुरे और संचालन विजय जथे ने किया। 

ललक ने बनाया दिग्गजों को सफल
डॉ. टेकाड़े ने एपीजे अब्दुल कलाम और गीता फोगाट का उदाहरण देकर बताया कि उन्हें जीवन में सफलता इसलिए मिली, क्योंकि उन्होंने जब जो किया, उसमें सर्वोत्तम किया। उन्होंने बताया कि साधारण परिवार में जन्मे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम अपनी बेहतर करने की लगन से मिसाइस मैन बनने का सफर तय किए।

सही समय पर उठाएं सही कदम
बच्चों को समझना चाहिए कि जब जिस चीज का वक्त है, उसे उसी समय करें। जब पढ़ने का वक्त है, आत्मविश्वास बढ़ाने का समय है, आवश्यक स्किल सीखने का समय है, तो उस समय का सदुपयोग उस काम के लिए करें। जो यह सबक नहीं समझेंगे, वे पीछे छूट जाएंगे। 

प्रथाओं को ढो रहा समाज
डॉ. टेकाड़े ने कहानी के जरिए बताया कि देश में कई ऐसी प्रथाएं हैं, जिनका आज कोई तर्क नहीं है, लेकिन उसे आज भी निभाया जा रहा है। समाज को इस तरह की अवैज्ञानिक सोच से ऊपर उठना चाहिए और बच्चों में भी वैज्ञानिक सोच विकसित करनी चाहिए।

आजकल बच्चे व अभिभावक रहते हैं भारी दबाव में 
कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए शशिकांत मानापुरे ने कहा कि शिक्षा के बाजारीकरण वाले आज के दौर में बच्चे और अभिभावक भारी दबाव में जी रहे हैं। दोनों डरे हुए हैं। बच्चे खेलना भूल चुके हैं और मैदान खाली पड़े हैं। बच्चों का पूरा समय स्कूल और ट्यूशन में गुजर रहा है। यहां तक कि श्रमिकों को भी आराम के लिए एक दिन का अवकाश मिलता है, लेकिन बच्चों को रविवार को भी ट्यूशन पढ़ना पढ़ता है। ऐसे माहौल में बच्चों को स्वभाविक जीवन जीने का अवसर प्रदान करने के लिए जरूरी है कि पढ़ाई करने के वैज्ञानिक तरीकाें की जानकारी उन्हें दी जाए।

Created On :   23 Sept 2019 11:58 AM IST

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