आदिशक्ति की उपासना से मिटते हैं भक्तों के रोग-शोक

Mourning the diseases of the devotees by worshiping Adishakti
आदिशक्ति की उपासना से मिटते हैं भक्तों के रोग-शोक
आदिशक्ति की उपासना से मिटते हैं भक्तों के रोग-शोक

डिजिटल डेस्क जबलपुर । नवरात्रि पर्व पर मंदिरों में देवी माँ आदिशक्ति का पूजन-अर्चन श्रद्धालुओं द्वारा किया जा रहा है। घरों में भी पाठ-अनुष्ठान भक्तों द्वारा किए जा रहे हैं। देवी मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्तों द्वारा माता के दर्शन किए जा रहे हैं। पण्डालों में माता के दरबार सज गए हैं। नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कूष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी। अत: ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं। माँ कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है।  

Created On :   20 Oct 2020 9:19 AM GMT

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