बढ़ते साइबर हमलों को रोकने के कदमों पर सांसद विवेक तन्खा का सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केंद्रीय इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने राज्यसभा में कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि साइबर खतरों को रोकने और उनके विरूद्ध मजबूत तंत्र बनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा ख के अनुसार, भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (सर्ट-इन) एक राष्ट्रीय एजेंसी है। इस एजेंसी को देश में साइबर सुरक्षा घटनाओं पर नजर रखने और निगरानी करने का अधिकार है। यह एजेंसी 24 घंटे प्रतिक्रिया हेल्पडेस्क संचालित कर रही है। उन्होंने बताया कि सीईआरटी आईएन ने पिछले तीन वर्षो में क्रमश: 11,58,208, 14,028,09 और 13,91,457 साइबर सुरक्षा घटनाओं को ट्रैक किया, उनसे संबंधित रिपोर्ट प्राप्त की और उन्हें नियंंत्रित किया। साइबर सुरक्षा की घटनायें जैसे फिशिंग, वेबसाइट घुसपैठ, मैलवेयर इन्फेक्शन, कमजाेर सेवायें और लक्षित हमले संगठनों प्रभावित द्वारा इनसेवा प्रदाताओं आदि के साथ देश के भीतर और बाहर समन्वित उपाय करके नियंत्रित किए गये थे।
सांसद विवेक तन्खा द्वारा पूछे गये प्रश्न में कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली के सर्वर जो 23 नवम्बर 2022 को खराब हो गये थे वह अभी तक पूरी तरह ठीक नहीं हुए है, के उत्तर में उन्होंने कहा कि सर्ट इन ने दिसंबर 2022 में स्वास्थ्य क्षेत्र की संस्थाअों के लचीलेपन को बढ़ाने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं पर एक विशेष सलाह जारी की और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से देश में सभी अधिकृत चिकित्सा देखभाल संस्थाओं और सेवा प्रदाताओं को इसे प्रसारित का अनुरोध किया है। एजेंसी ने साइबर हमलों और साइबर आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए साइबर संकट प्रबंधन योजना तैयार की है, जिसे केद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों, राज्य सरकारों और उनके संगठनों और महत्वपर्ण क्षेत्रों द्वारा लागू किया जाएगा, उन्होंने कहा कि सर्ट इन और भारतीय रिजर्व बैंक संयुक्त रूप से “डिजिटल इंडिया प्लेटफार्म” के माध्यम से ‘सावधान रहे और जागरूक रहे’ पर साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाते हैं।
Created On :   22 March 2023 7:27 PM IST