पहले पेमेंट करो, फिर उठाएंगे घरों से कचरा,एमएसडब्ल्यू के कर्मचारियों ने की हड़ताल

MSW workers Strike, said Make  payment first, then pick up the garbage
पहले पेमेंट करो, फिर उठाएंगे घरों से कचरा,एमएसडब्ल्यू के कर्मचारियों ने की हड़ताल
पहले पेमेंट करो, फिर उठाएंगे घरों से कचरा,एमएसडब्ल्यू के कर्मचारियों ने की हड़ताल

डिजिटल डेस्क कटनी । स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को नम्बर-1 बनाने सर्वेक्षण चल रहा है, वहीं घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था पर उस समय ग्रहण लग गया जब एजेंसी के कर्मचारियों ने पेमेंट नहीं होने से कचरा उठाने से इंकार कर दिया। शुक्रवार को शहर के किसी भी घर से कचरा नहीं लिया गया है। बताया गया है कि कचरा संग्रहण करने वाली एमएसडब्ल्यू प्रा.लि. को नगर निगम कटनी सहित अन्य निकायों से घर-घर कचरा संग्रहण का ठेका दिया गया है। 2 अक्टूबर 2015 से कचरा संग्रहण कार्य किया जा रहा है। एजेंसी को जून माह से भुगतान नहीं किया गया। एजेंसी को हर माह 35 लाख रुपये का भुगतान किया जाना है। सात माह से भुगतान नहीं होने के कारण एमएसडब्ल्यू के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। जिससे पूरे शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई। रोज की तरह लोग कचरा वाहन का इंतजार करते रहे लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी कचरा संग्रहण वाहन नहीं पहुंचे, तब हड़ताल का पता चला। संबंधित एजेंसी को नगर निगम ने ढाई करोड़ रुपये लेना है।
फण्ड ही नहीं कैसे हो भुगतान-
जानकारी के अनुसार नगर निगम के पास इतना फण्ड नहीं है कि वह एमएसडब्ल्यू को भुगतान कर सके। बताया जाता है कि नगर निगम द्वारा पूर्व में निगम मद से भुगतान किया जाता रहा है लेकिन पार्षदों के विरोध के बाद अनुदान मद से भुगतान करने का प्रयास किया गया। जिस पर आडिट विभाग ने आपत्ति लगा दी तो यहां से भुगतान रुक गया। शासन की मंशा यह है कि नगर निगम अपने स्तर पर फण्ड जुटाए और भुगतान करे। नगर निगम ने 30 रुपये प्रतिमाह प्रति मकान की दर पर टैक्स लगा दिया। इस पर भी पाषदोंं एवं विपक्ष ने आपत्ति कर दी। नगर निगम के रिकार्ड में 42 हजार घर हैं। एमएसडब्ल्यू टैक्स से हर माह लगभग 12 लाख रुपये जुटाने के नगर निगम की मंशा पर भी पानी फिर गया। अब लाख टके का सवाल यह है कि कचरा संग्रहण करने वाली एजेंसी को भुगतान किस फण्ड से किया जाए। शासन से अनुदान मिला है नहीं और अनुदान की प्रत्याशा में भुगतान का आश्वासन दिया गया है।
बेअसर रहे आश्वासन-
जानकारी के अनुसार कचरा संग्रहण करने वाली एजेंसी को पिछले कई माह से भुगतान के आश्वासन दिए जा रहे थे। गुरुवार को प्रोजेक्ट मैनेजर एवं निगमायुक्त के बीच चर्चाएं भी हुई और एक बार आश्वासन दिया गया लेकिन इस बार एजेंसी के कर्मचारी कचरा संग्रहण करने तैयार नहीं हुए। शुक्रवार को एजेंसी के कर्मचारियों ने किसी घर से कचरा संग्रहण नहीं किया। कचरा संग्रहण नहीं होने से शहर एक ही दिन में गंदगी से बजबजा उठा। घरों का कचरा कहीं नालियों तो कहीं सड़कों पर नजर आ रहा था।
मलबा ढो रहे कचरा संग्रहण के वाहन-
एक ओर पूरे शहर में घर-घर कचरा संगहण कार्य ठप कर दिया गया  वहीं प्रतिबंध के बाद भी वाहनों में मलबा ढोया जा रहा है। ऐसी ही शिकायतों पर नगर निगम के उपायुक्त ने जांच भी की थी। जिससें एमएसडब्ल्यू एजेंसी को मलबा एवं गहरी नालियों की शिल्ट ढोने का दोषी पाया गया था। जांच में यह तथ्य भी उजागर हुआ था कि संबंधित एजेंसी द्वारा 78 प्रतिशत घरों से कचरा संग्रहण किया जा रहा है। जांच अधिकारी ने नालों की शिल्ट का परिवहन करने पर भुगतान नहीं करना प्रतिवेदित किया था। साथ ही संबंधित एजेंसी को कॉमर्शियल आपरेशन डेट का नोटिस जारी करने की अनुशंसा की थी।
हर दिन 70 टन कचरा उठाने का दावा-
एमएसडब्ल्यू प्रा.लि. के प्रोजेक्ट मैनेजर नागार्जुन रेड्डी ने बताया कि नगर निगम से अनुबंध के आधार पर कटनी निगम एरिया से प्रतिदिन लगभग 70 टन कचरा का संग्रहण किया जा रहा है। कटनी के अलावा सिहोरा, बरही, कैमोर एज् क्रद्गड्डस्र द्वशह्म्द्ग

 

Created On :   6 Jan 2018 1:14 PM IST

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