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म्यूकर माइकोसिस : एक्शन में टास्क फोर्स, मिशन शुरू
डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाईकोर्ट के निर्देश पर म्यूकर माइकोसिस टास्क फोर्स के कामकाज की शुरुआत हुई। विभागीय आयुक्त, जिलाधीश व मनपा आयुक्त की सूचना पर म्यूकर माइकोसिस के विस्तारित टास्क फोर्स की बैठक शनिवार को जिलाधीश रवींद्र ठाकरे की अगुवाई में जिलाधीश कार्यालय में हुई। रोगियों की संख्या, उपचार पद्धति, जनजागृति व बीमारी की रोकथाम पर बैठक में विस्तार से चर्चा हुई। म्यूकर माइकोसिस के विशेषज्ञों से चर्चा हुई। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 13 सदस्यीय समिति को विस्तारित कर 22 सदस्यीय बनाया गया है। इस बारे में उपचार की प्रमाणित कार्यपद्धति (एसओपी) तैयार करने के लिए एक उपसमिति बनाई गई। शहर में इसका उपचार कर रहे हॉस्पिटल के सर्वेक्षण के लिए भी एक समिति बनाई गई है। सभी हॉस्पिटल से जानकारी इकट्ठा की जा रही है। जनजागृति मुहिम भी शुरू की जाएगी। जिलाधीश रवींद्र ठाकरे की अगुवाई में हुई बैठक में जिला शल्य चिकित्सक डॉ. देवेंद्र पातुरकर, टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत निखाडे के अलावा अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
113 की हो चुकी है मौत, 1479 मरीज हैं संभाग में
म्यूकर माइकोसिस से अब तक जिले में 113 लोगों की मौत हो चुकी हैं। पूर्व विदर्भ के 6 जिलों में मृतकों की संख्या अधिक है। नागपुर संभाग के 5 जिलों में सिर्फ 9 मौतें हुई हैं। जिले में अब तक 1245 मरीज मिले हैं। इसमें से 915 की सर्जरी हो चुकी है और 599 मरीज डिस्चार्ज हाे चुके हैं। नागपुर में अधिकतम मौतें निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई है। नागपुर संभाग में कुल मरीज 1479 हाे चुके हैं।
भंडारा जिले में 14 मरीज मिले, इनमें से 4 की सर्जरी की गई है।
चंद्रपुर जिले में 86 मरीज, 44 की सर्जरी, 33 डिस्चार्ज, 2 की मौत।
गोंदिया में 41 मरीज मिले, 18 की सर्जरी, 5 डिस्चार्ज, 4 की मौत।
वर्धा में 93 मरीज मिले, 50 की सर्जरी, 26 डिस्चार्ज, 3 की मृत्यु।
निजी अस्पतालों में भर्ती मरीज खतरे में
कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हुई है, लेकिन म्यूकर माइकोसिस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके इलाज में लगने वाले एंफोटेरिसिन बी. इंजेक्शन बाजार में पूरी तरह खत्म हो गए हैं। जिलाधिकारी की ओर से सभी अस्पतालों में मरीजों की सूची के अनुसार, इंजेक्शन पहुंचाए जा रहे, लेकिन शिकायत है कि निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों तक वह नहीं पहुंच रहा है। जिलाधिकारी ने इस इंजेक्शन की जरूरत और उपलब्धता में कमी को देखते हुए एक समिति बनाई थी। सभी अस्पतालों से भर्ती मरीजों की एक सूची जिलाधिकारी को भेजी जाती है, जिसका विश्लेषण यह समिति करती है और उसके अनुसार अस्पताल में इंजेक्शन पहुंचाए जाते हैं, लेकिन परिजनों की मानें तो हकीकत इससे उलट है।
कोंढाली में म्यूकर माइकोसिस से बचाव के लिए किया जनजागरण
सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए गए थे। इसमें कुछ ढील दी गई है। अर्थव्यवस्था को गति देने के अलावा अब हमारी दोहरी जिम्मेदारी है कि, हम कोरोना संक्रमण को रोकें। यह अपील सरपंच केशवराव धुर्वे ने की है। उन्होंने कहा कि, कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है, विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर के लिए सावधानी बरतकर इससे उबरने की जानकारी दे रहे हैं। इस दौरान प्रकोप तेज होता दिख रहा है। इस बीमारी की रोकथाम के लिए प्रशासन के सहयोग की जरूरत है। हालांकि, नागरिकों को कोविड 19 के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए और म्यूकर माइकोसिस को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर कोंढाली ग्राम पंचायत में नागपुर जिप सदस्य पुष्पाताई चाफले, पंस सदस्य अरुण उईके, लताताई धारपुरे, ग्रापं सदस्य प्रमोद चाफले, डीआर पांडे, धर्मपाल पाटील, उपजिलाधिकारी शीतल देशमुख, तहसीलदार अजय चरडे, बीडीओ संजय पाटील, नायब तहसीलदार रामकृष्ण जंगले, निलेश कदम, ग्राम विकास अधिकारी दिलीप सिंह राठोड आदि ने मार्गदर्शन किया।
उपजिलाधिकारी ने कोंढाली बाल कोविड सेंटर का लिया जायजा
उपजिलाधिकारी शीतल देशमुख ने कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर यहां बाल कोविड सेंटर शुरू करने के विषय में स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा स्वास्थ्य अधिकारी के साथ जायजा लिया। कोविड की तीसरी लहर के चलते बच्चों के लिए कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए कोंढाली ग्रापं के सरपंच केशवराव धुर्वे तथा उपसरपंच स्वप्निल व्यास तथा ग्रापं सदस्यों ने कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड सेंटर शुरू करने की मांग की थी। इस मांग के चलते नागपुर जिले में उपजिलाधिकारी शीतल देशमुख, कोंढाली जिप सदस्य पुष्पाताई चाफले, पंस सदस्य लता धारपुरे, अरुण उईके तथा तहसीलदार अजय चरडे, नायब तहसीलदार रामकृष्ण जंगले, ग्रापं सदस्य प्रमोद चाफले ने कोंढाली ग्रापं तथा ग्रामीण अंचल के ग्रापं में पहुंचकर कोविड के साथ म्यूकर माइकोसिस तथा बालकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जनता में जनजागरण हेतु कोंढाली पहुंचे। इस सर्कल की जनजागृति के साथ बाल कोविड सेंटर का जायजा लेने एडीएम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां उन्होंने सारी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ. जयश्री वालके ने बताया कि, कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत महिलाओं की प्रसूति तथा परिवार कल्याण के लिए बनाए गए कक्ष में बाल कोविड सेंटर उपयुक्त नहीं होगा। साथ ही कोंढाली के निर्माणाधीन ग्रामीण रुग्णालय के फ्लोरिंग, विद्युतीकरण, सैनिटरिंग, जलापूर्ति जैसी मूलभूत अत्यावश्यक सुविधाओं का अभाव है।
Created On :   6 Jun 2021 3:40 PM IST